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9 मई : वैशाली की मुख्य ख़बरें

शादी से इंकार करने पर युवती को नदी में फेंका

वैशाली : जिले से एक दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है। मामला ओनर किलिंग का बताया जा रहा है जहां शादी से इंकार करने पर एक युवती के परिजनों ने उसे गंगा नदी में फेंक उसकी हत्या का प्रयास किया गया। युवती की चीख़ पुकार सुन मछुवारों ने उसकी जान बचा ली।

मामला बिदुपुर थाना के जमींदारी घाट का है जहां पीपा पुल के निकट बीते शुक्रवार की रात 11 बजे एक किशोरी को उसके परिवार वालो ने जान मारने और साक्ष्य छुपाने की नीयत से गंगा नदी की तेज धार में फेंक दिया। किशोरी के द्वारा तैरने के दौरान शोर किये जाने पर दियारा में नाविक और प्याज की खेती करने वाले किसानों ने उसे छान कर गंगा नदी से बाहर निकाल लिया,जिसके कारण उसकी जान बची।

फिलहाल उसे विशनपुर सैदली दियारा में रखा गया है।घटना की सूचना पर बिदुपुर थाना की पुलिस शनिवार की सुबह विशनपुर सैदअली दियारा पहुंची और किशोरी को अपने संरक्षण में ले ली। बताया जा रहा है कि किशोरी 17 वर्षीया निशा कुमारी समस्तीपुर जिले के शाहपुर पटोरी थाने के बघरा मोहनपुर गांव की रहने वाले लालबाबू पासवान की बेटी है। उसके द्वारा शादी से इन्कार करने और अपने प्रेमी के साथ शादी करने की जिद पर अड़े रहने पर परिवार के सदस्यों ने उसकी हत्या करने का प्लान किया और मौसा से मिलने के बहाने उसे बिदुपुर के इलाके में ले आये और गले मे दुपट्टा बांधकर गंगा में फेंक दिया। दियारा में प्याज की रखवाली कर रहे किसानों ने उसे बचा लिया।

राष्ट्रीय युवा विकास परिषद ने मनाई महाराणा प्रताप की जयंती

वैशाली : राष्ट्रीय युवा विकास परिषद ने शौर्य के प्रतिमूर्ति वीर महाराणा प्रताप की जयंती मनाई। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए संगठन के अध्यक्ष किशलय किशोर की अध्यक्षता तथा उपाध्यक्ष अंशु सिंह के संचालन में जयंती मनाते हुए वक्ताओं ने महाराणा प्रताप को याद करते हुए कहा कि आज की युवा पीढ़ी को महाराणा प्रताप जैसे वीर योद्धाओं के जीवन गाथा को आत्मसात करना चाहिए। एवम उनके बताये पदचिन्हों पर चलते हुए समाज में आपसी भाईचारा समरसता,निडरता को स्थापित करने हेतु प्रयास करना चाहिये।

महाराणा प्रताप शौर्य और बल के प्रतीक होने के साथ साथ तीक्ष्ण बुद्धि तथा चपलता के भी अनुकरणीय प्रतीक है। जिस प्रकार से उन्होंने अपने बुद्धि और बल दोनों का बेहतरीन सामंजस्य स्थापित कर मुगलों के दांत खट्टे कर दिए थे, ऐसे शौर्य की गाथा फिर कभी न देखने को मिली न सुनने को मिली। अगर महाराणा प्रताप जैसे व्यक्तित्व को ईश्वरीय अवतार कहे तो ये कदापि अनुचित नही होगा। अतः ऐसे महापुरुषों की जयंती घर घर मे मनाई जानी चाहिए और इनके सम्पूर्ण जीवनगाथा को पाठ्यक्रमों में शामिल कर छात्र-छात्राओं को पढ़ाना चाहिए।इस मौके पर संगठन के नगर अध्यक्ष प्रजीत वर्मा,रंजन कुमार,योगेश मिश्रा, सज्जन सिंह, विक्की सिंह, आनंद कुमार सिंह, महादेव, संजीव कुमार, दीपक कुमार, भोला सिंह, गौतम कुमार, राहुल कुमार, सवेंद्र कुमार, सहित अन्य लोग मौजूद थे।

दिलीप कुमार सिंह