कोरोना संकट के दौरान बिहार के इस विश्वविद्यालय में जारी है ऑनलाइन पढ़ाई

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सासाराम: कोरोना संकट से निपटने के लिए देशव्यापी लॉकडाउन जारी है। इस लॉकडाउन में सब्जी शैक्षणिक संस्थान बंद हैं। इसके कारण तमाम विद्यार्थियों को पठन-पाठन का कार्य बाधित है। लेकिन, कुछ संस्थान छात्रों के भविष्य को देखते हुए ऑनलाइन पढ़ाई शुरू करवा चुके हैं।

इसी क्रम में गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय,जमुहार सासाराम इस लॉकडाउन की स्थिति में अपने विद्यार्थियों के शिक्षण प्रक्रिया को ऑनलाइन क्लासेज के माध्यम से बिना बाधा संचालित कर रही है। हर सप्ताह औसतन 500 से 600 ऑनलाइन क्लासेज विश्वविद्यालय के द्वारा संचालित कराए जा रहे हैं। औसतन 80 प्रतिशत विद्यार्थियों की ऑनलाइन क्लासेज में सक्रिय सहभागिता रहती है।

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विभिन्न विषयों की होती है पढ़ाई

विश्वविद्यालय प्रशासन के लिए ये अत्यंत संतोष का विषय है कि विद्यार्थी इस प्रक्रिया में सक्रिय सहयोग के साथ रुचि भी दिखा रहे हैं। इस विश्वविद्यालय में मेडिकल, प्रबंधन , कृषि , कंप्यूटर , नर्सिंग ,फार्मेसी , पत्रकारिता , लॉ , पारा मेडिकल , कॉमर्स और पुस्तकालय विज्ञान के अंतर्गत विभिन्न कोर्सों के लगभग 3000 विद्यार्थी अध्यनरत हैं। विद्यर्थियों के शैक्षणिक गतिविधि को और भी आसान बनाने के लिए पिछले सप्ताह से ऑनलाइन असाइनमेंट देने की प्रक्रिया आरंभ कर दी गई है। इस कार्य में विश्वविद्यालय प्रशासन के साथ शिक्षक और शिक्षकेत्तर कर्मचारी पूरी मुस्तैदी से लगे हुए हैं।

विश्वविद्यालय के द्वारा पूरा प्रयास किया जा रहा है कि लॉक डाउन के पूरे नियमों का पूर्णता से पालन करते हुए शैक्षणिक गतिविधियों को भी सुचारू रूप से चलाया जाए ताकि विश्वविद्यालय के छात्रों पर किसी भी तरह से प्रतिकूल असर नहीं पड़े। उक्त सारेे अभियान का समन्वय सचिव गोविंद नारायण सिंह के द्वारा किया जा रहा हैै।

नामांकन के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू

लॉक डाउन के कारण आवागमन बाधित होने को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय के द्वारा नए सत्र 2020- 21 के लिए निबंधन की प्रक्रिया ऑनलाइन ही लिंक https://gnsu.ac.in/how-to-apply के जरिये शुरू कर दी है ताकि विद्यार्थियों को किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं हो।

कोरोनो मरीजों का भी इलाज जारी है

ज्ञात हो कि गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय के अंतर्गत ही नारायण मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल का भी संचालन किया जाता है जो इन दिनों दक्षिणी बिहार के शाहाबाद और मगध क्षेत्र के करोना रोगियों के लिए वरदान साबित हो रहा है। सीमावर्ती झारखण्ड राज्य के मरीजों का भी इलाज यहीं हो रहा है। कोरोना संकट को देखते हुए एन एम सी एच के प्रबंध निदेशक त्रिविक्रम नारायण सिंह ने स्वयं पहल कर के अपना हॉस्पिटल कोरोना मरीजों के लिए उपलब्ध कराया है। हॉस्पिटल का प्रबंधन और डॉक्टर सहित सभी नर्सिंग कर्मचारी देशहित में अपना सर्वोत्तम देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

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