पटना : कोरोनावायरस से लड़ने के लिए सम्पूर्ण लॉकडाउन हो गया है, लेकिन पटना सहित बिहार के अन्य शहरों की सड़कों पर पेड़ की छाया में उदास बैठे कुछ लोग ऐसे मिल जाते हैं जिनका जीवन बोझ बन गया है। लॉकडाउन से शहर में सन्नाटा है। सड़क पर प्रेस व पुलिस के वाहन ही दिखते हैं।
गुरुवार को पटना शहर के मध्य में गांधी मैदान के उत्तरी छोर पर स्थित बापू सभागार के मुख्य द्वार के पास पेड़ के नीचे कुछ लोग बैठे मिल जाते हैं। इनमें से दो नेपाली मूल के लोग हैं जो यहां मुहल्लों में पहरा देते हैं। इनमें से एक बुजुर्ग है। इन दोनों को देखने के बाद किसी ने सोशल मीडिया पर संदेश चला दिया कि गांधी मैदान में दो चीनी नागरिक बैठे हैं। इनसे कोरोना का फैलाव होगा।
इस वायरल संदेश की जांच के लिए जब स्वत्व की टीम गांधी मैदान पहुंची तो पता चला कि वे दोनों नेपाली मूल के नागरिक हैं। एक वृद्ध व्यक्ति है वह पहले देहरादून में रहकर पहरेदारी का काम करता था। वहीं दूसरा जवान दिखने वाले दिपेंद्र सेंगर ने कहा कि कुछ वर्ष पूर्व वह कानपुर चला गया था। जबकि उसके परिवार के लोग यही पटना में रहकर पहरा देने का काम करते हैं। गांधी मैदान में पेड़ों के नीचे सेकड़ों बेघर मजदूर व रिक्शा चालक शरण ले रहे हैं। भोजन बैंक चलाने वाले राजीव मिश्रा ने कल उनके बीच भोजन का वितरण किया था।