कोरोना के खिलाफ मोदी-नीतीश ने कसी कमर, आज से IGMS में भी जांच
पटना : कोरोना से जंग के लिए केंद्र और राज्य सरकार ने कमर कस ली है। आज से पटना के इंदिरा गांधी आर्युर्विज्ञान संस्थान में भी कोरोना वायरस की जांच होने लगी है। बिहार सरकार की मांग पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने पुणे से कोरोना की जांच किट उपलब्ध कराते हुए पटना के आईजीआईएमएस में कोरोना मरीजों के सैम्पल्स की जांच की व्यवस्था की है।
12 घंटे में मिलेगी रिपोर्ट, बिहार में कोरोना के 6 मरीज
इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में इस किट से जांच के बाद रिपोर्ट 12 घंटे में ही मिल जाएगी। इसे केंद्रीय जांच अभिकरण के तौर पर उपयोग में लाया जाएगा और यहां बिहार के सभी 9 मेडिकल कॉलेजों से जांच सैम्पल्स भेजे जा सकेंगे। मालूम हो कि बिहार में अबतक सिर्फ अगमकुआं स्थित आरएमआरआई में ही कोरोना वायरस की जांच होती थी।
मोदी और नीतीश का कोरोना पर दोहरा प्रहार
स्पष्ट है कि केंद्र की मोदी सरकार और राज्य की नीतीश सरकार ने कोरोना के खिलाफ जंग को काफी गंभीरता से लिया है। दोनों सरकारें जिस अंदाज में काम कर रही हैं, उनके विरोधी भी अब इन दोनों नेताओं को तरह—तरह की उपमा देने लगे हैं। मालूम हो कि बिहार में अब कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर छह हो गई है। एक मरीज की इलाज के दौरान पटना एम्स में मौत हो चुकी है, जबकि कोरोना पॉजिटिव 2 मरीजों का एनएमसीएच और एक मरीज का पटना एम्स में इलाज चल रहा है।
स्वास्थ्य विभाग ने जारी किए आंकड़े, हाई अलर्ट
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार बिहार में कुल 1228 यात्रियों को ऑब्जर्वेशन में रखा गया है। इसके अलावा राज्य के कई ट्रांजिट प्वाइंट पर कुल 385332 यात्रियों की स्क्रीनिंग हो चुकी है। विभाग ने कुल 6 बुद्धिस्ट स्थलों को लगातार सर्विलांस पर रखा है।