मास्क व सैनिटाइजर बाँट लोगों को किया जागरूक
नवादा : कोरोना वाइरस सक्रमण से बचाव को ले अकबरपुर प्रखंड के फरहा पंचायत की पूर्व मुखिया सोना देवी के पुत्र अरुण कुमार के द्वारा अपने पंचायत के लोगो के बीच माक्स,सैनिटाइजर व डीटोल साबुन का वितरण कर लोगों के बीच जागरूकता फैलाई ।
अपने पंचायत के लोगों से अनुरोध किया है कि अगर किन्हीं को कोई तकलीफ़ जैसे खाँसी , सर्दी , बुखार या अन्य बीमारी हुआ तो तुरंत हमसे सम्पर्क करे इसके लिए तत्कालीन सुविधा दवा उपलब्ध करा कर उचित उपचार के लिए अस्पताल ले जाया जाएगा ।
पूर्व मुखिया का बेटा अरुण कुमार ने अपने पंचायत के लोगों से कहा की यह समय है धैर्य और अनुशासन का ।कदम -कदम पर संयम बरतने की ज़रूरत है।
वहीं घर से न निकलने की आग्रह भी किया ।
पश्चिम बंगाल से आ रहे 6 कॉमर्शियल वाहन को एसडीओ ने किया जब्त
नवादा : पश्चिम बंगाल व झारखंड की ओर से यात्रियों को लेकर आ रहे 6 कॉमर्शियल वाहनों को रजौली एसडीओ चंद्रशेखर आजाद ने जांच के दौरान चितरकोली चेक पोस्ट के पास से जब्त कर लिया। वाहनों पर सवार सभी यात्रियों को रजौली में ही उतार लिया गया है। एसडीओ ने बीडीओ प्रेम सागर मिश्र को इन यात्रियों की मेडिकल जांच कराकर मध्य विद्यालय रजौली में 100 बेड के बने अस्थायी आवास में शिफ्ट करने की बात कही है। साथ ही सभी यात्रियों का मेडिकल टेस्ट कराने के लिए थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर सुजय विद्यार्थी को निर्देश देकर थाने भेजा है।
एसडीओ ने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर बिहार में लॉक डाउन होने के बाद भी यात्री अपने हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। लिहाजा यात्रियों को लेकर आने वाले कॉमर्शियल वाहनों पर दंडात्मक कार्रवाई की जा रही है। इन वाहनों पर सवार यात्री बेगूसराय व आसपास के क्षेत्रों के हैं। पश्चिम बंगाल में प्राइवेट सेक्टरों के बंद होने के बाद अपने बाल बच्चों के साद घर को लौट रहे थे।
उन्होंने कहा कि वाहनों पर सवार सभी यात्रियों की पहले अनुमंडलीय अस्पताल में स्क्रीनिंग कराई जाएगी। उसके बाद उन सभी यात्रियों महिला- पुरुष व उनके बच्चों को अस्थायी आवास में शिफ्ट किया जाएगा। अगले दिन उनके परिजनों के आने के बाद वे लोग अपने गंतव्यों की ओर जाएंगे।
एसडीओ ने कहा कि कोरोना के खतरे को देखते हुए ऐहतियातन कदम उठाए गए हैं ताकि लोग चीन से आए इस महामारी की चपेट में आने से बच सके।
लॉक डाउन : पुलिस ने दिखाई सख़्ती, बहार निकलनेवालों से कराई उठक-बैठक
नवादा : कोरोना वायरस की वजह से आज पूरी दुनिया त्राहिमाम कर रही है। इस वायरस के बचने का सिर्फ एक ही उपाय है, अपने-अपने घरों के अंदर रहना। लोगों को सुरक्षित और उनके जीवन को बचाने के लिए पूरे देश को लॉक डाउन किया गया है।
सरकार के आदेश के बावजूद कुछ लोग मनमानी करने से बाज नहीं आ रहे है। नतीजतन अब पुलिस को सख्ती बरतनी पड़ रही है।
प्रदेश के कई जिलों से पुलिस की सख्ती की खबर सामने आई है। आज नवादा व अकबरपुर में भी बेवजह सड़कों पर चहलकदमी कर रहे लोगों के साथ पुलिस को सख्त होना पड़ा।
बेमतलब सड़को पर चहलकदमी कर रहे लोगों से पुलिस ने सड़क पर ही उठक-बैठक करावाया और फिर हिदायत देकर छोड़ दिया गया।
संदिग्धों मरीजों की जांच करने पहुंची मेडिकल टीम के साथ दुर्व्यवहार
नवादा : जिले के नरहट प्रखंड क्षेत्र के जमुआरा पंचायत की सिदुआरी गांव में मेडिकल टीम से दुर्व्यवहार का मामला सामने आया है।
हेल्थ मैनेजर शांता स्वामी ने बताया कि सूचना मिली कि सिदुआरी गांव में बाहर से 22 लोग आए हुए हैं। सूचना के बाद मेडिकल टीम भेज कर बाहर से आए लोगों की जांच शुरू की गई तो लोग सेंसर मशीन से जांच करने की बात पर डॉक्टर से उलझ कर अपशब्द कहने लगे। मेडिकल टीम सब कुछ सहते हुए किसी तरह सभी संदिग्धों की जांच कर सकी।
उन्होंने बताया कि दूसरे प्रदेशों से आने वाले लोगों की संख्या बढ़ी है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में विभिन्न गांवों के 53 संदिग्ध लोगों की जांच की गई।
हेल्थ मैनेजर शांता स्वामी ने बताया कि जिस गांव में बाहर से ज्यादा लोगों की आने की सूचना मिलती है उस गांव में मेडिकल टीम को भेज कर संदिग्ध लोगों की जांच किया जा रहा है। लेकिन गांव के लोगों द्वारा सहयोग नही करने से मेडिकल टीम को जांच करने में कठिनाई हो रही है। दुर्व्यवहार की घटना के बाद अब मेडिकल टीम गांव जाने से कतराने लगी है। उन्होंने बताया कि घटना की जानकारी बीडीओ के प्रभार में रहे सीओ महेश प्रसाद सिंह को दी है।
प्रशासन ने दिखाई सख्ती, उल्लंघन करने वालों पर हुई कार्रवाई
नवादा : पहले दिन की तुलना में तीसरे दिन बुधवार को लॉकडाउन असरदार रहा। बाजार में पूरी तरह सन्नाटा पसरा रहा। दुकानें बंद रहीं। वाहनों का परिचालन ठप रहा। सुबह होने पर कई लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकल गए थे। आवश्यक वस्तुओं से संबंधित दुकानें खुलीं। यह देख प्रशासनिक अमला हरकत में आ गया। पुलिस प्रशासन ने सख्ती बरतना शुरू कर दिया।
बेवजह घरों से बाहर निकले लोगों को डांट-फटकार और समझा कर उन्हें वापस भेजा। वहीं बाइक और अन्य वाहनों से घूम रहे लोगों से उठक-बैठक कराई। लॉकडाउन का उल्लंघन कर रहे कुछ लोगों पर हल्का बल प्रयोग भी किया गया। जिसके बाद लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाले लोग अपने-अपने घरों में दुबक गए।
स्वाट दस्ता पूरी तरह एक्शन मोड में दिखे। एएसपी अभियान कुमार आलोक, सदर एसडीएम अनु कुमार समेत अन्य अधिकारी बाजार में घूम-घूमकर लोगों से लॉकडाउन का पालन करने की अपील करते दिखे। इसके बाद दुकानों के शटर गिर गए। अधिकारियों ने माइकिग कर लोगों को बताया कि आवश्यक वस्तुओं की खरीदारी के लिए दोपहर दो से चार बजे तक घरों से निकल सकते हैं।
अधिकारियों की सख्ती और अपील को लोगों ने स्वीकार करते हुए घरों में रहना मुनासिब समझा। जिसके बाद बाजार में पूरी तरह सन्नाटा पसर गया। सभी दुकानें बंद रहीं और वाहनों का परिचालन भी ठप हो गया।
बाहर निकलने वाले इक्का-दुक्का लोगों से काफी पूछताछ की जा रही थी। वहीं सुबह होते ही लोग आवश्यक वस्तुओं की खरीदारी के लिए घरों से निकल पड़े। बाजार में लोगों की काफी भीड़ जुट गई। फिर लोग स्वत: घर चले गए। कुल मिलाकर तीसरे दिन लॉकडाउन का लोगों ने पालन किया।
पुलिस ने समझाया तो उल्टे दे दी नसीहत
लॉकडाउन के तीसरे दिन बाजार निकलने वाले लोगों को पुलिस समझा रही थी। इसी दौरान प्रजातंत्र चौक पर एक शख्स पहुंचा। वहां रहे पुलिस पदाधिकारी ने उन्हें घर में रहने के लिए समझाया तो वह शख्स उल्टे उन्हें ही मास्क का प्रयोग कैसे करना है, इसकी नसीहत देकर निकल गए।
इस दृश्य के बाद पुलिस पदाधिकारी भी हतप्रभ रह गए और कहते मिले कि यहां तो समझाना भी कसूर है। ऐसे लोग सख्ती की ही भाषा ज्यादा समझेंगे।
जिले के हर पंचायत में खुलेगा डाकघर
नवादा : जिला के हर पंचायत में ग्राहकों की सुविधा के लिए डाकघर खोला जाएगा। डाक महाध्यक्ष अनिल कुमार ने विज्ञप्ति जारी कहा कि डाक विभाग की लोकप्रियता बढ़ती जा रही है।
डाक विभाग के प्रति लोगों का विश्वास व भरोसा भी बढ़ता जा रहा है। डाक विभाग लोगों की आवश्यकता का प्रमुख अंग बन गया है। इससे गांव में रहने वालों को काफी फायदा हो रहा है। लेकिन नवादा जिला के हर पंचायत में डाकघर नहीं रहने से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
एक पंचायत के लोगों को दूसरे पंचायत के डाकघर में जाना पड़ता है। साथ ही डाकघर में भीड़ रहने के कारण लोगों का समय भी बर्बाद होता है। और लोगों को डाक विभाग के योजनाओं की जानकारी नहीं मिल पाती है। इससे डाकघर का व्यापार भी प्रभावित होता है। डाकघर के व्यापार को बढ़ाने व लोगों के बीच लाभकारी योजनाओं को पहुंचाने के लिए हर एक पंचायत में डाकघर का होना आवश्यक हो गया है।
उन्होंने कहा कि आमजनों की मांग को देखते हुए जिले के हरएक पंचायत में डाकघर खोलने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। वर्ष 2020 में रोह प्रखंड के बघौर गांव में डाकघर खोला जा चुका है। मार्च माह में खनवां, पचया, शुभानपुर, हड़िया व पकड़िया पंचायत में डाकघर खोला जाएगा। उन्होंने जिलावासियों को डाकघर की योजनाओं से जुड़कर लाभ उठाने की अपील की है।