पटना : बिहार विधानसभा चुनाव 2020 को लेकर सभी पार्टी के भीतर यह चर्चा तेज है कि किस विधानसभा से किसको उम्मीदवार बनाया जाए। इस विषय को लेकर सबसे ज्यादा चिंता भाजपा और जदयू को है। क्योंकि 2015 के विधानसभा चुनाव में जदयू राजद के साथ थी। लेकिन, 2020 में जदयू भाजपा के साथ है। इस स्थिति में भाजपा और जदयू के जीते हुए विधायकों को यह चिंता सता रही है कि सीट बंटवारे के बाद किसका टिकट कट जाएगा यह किसी को नहीं पता।
लेकिन, जानकारों की मानें तो बिहार भाजपा ने अपने सभी जीते हुए विधायकों को कह दिया है कि निश्चिन्त रहें, आप जीते हुए विधायक हैं। आप बस इतना कीजिये कि आप सरकार के द्वारा चलायी जा रही जन कल्याणकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाएं तथा अपने क्षेत्र में ज्यादा से ज्यादा समय दें। अगर आप ईमानदारी से काम करते हैं तो पार्टी भी आपके साथ ईमानदारी दिखाएगी।
मालूम हो कि बीते दिन प्रदेश भाजपा कार्यालय में हुए भाजपा विधायक दल की बैठक में प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने स्पष्ट रूप से कहा था कि आपलोग को आशंकित होने कि आवश्यकता नहीं है। बस आपलोग सरकार की योजनाओं को जमीन पर ले जाईये और आपको चुनाव लड़ने से कोई नहीं रोक सकता।
ज्ञात हो कि विधानसभा में अभी कांग्रेस के 26 भाजपा के 54, जदयू के 70, राजद के 80 तथा अन्य दलों के कुल 13 विधायक हैं। संजय जायसवाल और सुशील मोदी की मानें तो भाजपा के 54 विधायकों को पुनः टिकट मिलना तय है।