बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश बाबू कल कह रहे थे कि पटना से आने वाली बसों को दिल्ली में आने की अनुमति देने से ही मना कर दिया गया है। बिहार के लोगों के लिए, पूर्वांचल के लोगों के लिए ये कैसा पूर्वाग्रह है। उक्त बातें दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कही। उन्होंने आगे कहा कि जो इस तरह के फैसले करवाता है कि दिल्ली के केंद्र सरकार के अस्पतालों में गरीबों का 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज हो सकता है। लेकिन, राज्य सरकार के अस्पतालों में नहीं। दिल्ली के गरीब और मध्यम वर्ग से ऐसी क्या दिक्कत है?
मोदी ने केजरीवाल से सवाल करते हुए कहा कि क्या राजनीति, मानवता से भी बड़ी हो गई है? दिल्ली हो या देश का कोई दूसरा कोना, बिहार के लोग हर क्षेत्र में सर्वोत्तम करते मिलेंगे। लेकिन, उनसे भी ऐसी नफरत हो रही है। बिहार और पूर्वांचल के लोगों के लिए ऐसी दुर्भावना देखकर, दर्द होता है दिल में।
मोदी ने आगे कहा कि लेकिन याद करिए, जब इन्हीं हमलों के गुनहगारों को दिल्ली पुलिस ने बाटला हाउस में मार गिराया, तो उसे फर्जी एनकाउंटर कहा गया था। यही वो लोग हैं जिन्होंने बाटला हाउस में आतंकियों को मारने पर दिल्ली पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी।
सीलमपुर हो, जामिया हो या फिर शाहीन बाग, बीते कई दिनों से सिजिटनशिप अमेंडमेंट बिल को लेकर प्रदर्शन हुए हैं। क्या ये प्रदर्शन सिर्फ एक संयोग हैं? नहीं इसके पीछे राजनीति का एक ऐसा डिजायन है, जो राष्ट्र के सौहार्द को खंडित करने वाला है।