कुत्तों के सड़े शवों से घर में रहना भी मुश्किल, नगर निगम पूरी तरह फेल
पटना : राजधानी पटना समेत बिहार के जलजमाव और बाढ़ प्रभावित इलाकों में पिछले 10 दिनों से जिंदगी ठहरी हुई है। पटना के कई मुहल्लों में तो अभी भी काला पानी का ठहराव है। जिन मुहल्लों से पानी निकल गया है वहां अब जानवरों के सड़े हुए शव और तमाम तरह की गंदगी ने अपना निजाम कायम कर लिया है। गंदगी के इस निजाम की स्वाभाविक परिणति डेंगू की महामारी के रूप में सामने है। लेकिन जनता के रखवाले जनप्रतिनिधि। पटना के अधिकतर इलाकों में भाजपा के विधायक हैं। इनमें से अधिकतर आपदा के समय गायब।
‘कालापानी’ से थमी जिंदगी! नेताओं पर गुस्सा
आलम यह कि पानी निकलने के बाद अब महामारी का खतरा सिर पर मंडराने लगा है। भाजपा और जदयू के नेता एक दूसरे पर जिम्मेदारी थोपने के क्रम में जुबानी जंग पर उतर आए हैं। वहीं आम जनता ने भी ठान लिया है कि विधानसभा चुनाव ज्यादा दूर नहीं है। इस बार चेहरा चमकाने वाले नेताओं को अच्छी सबक सिखायेंगे। जब हमने पटना के जलजमाव वाले इलाकों के जनता की नब्ज टटोली तो सबने एक स्वर से कहा कि इस बार की दुर्गापूजा हमलोग नहीं मना पा रहे। इसके लिए जो भी दोषी है, उसे मां दुर्गा अगले वर्ष होने वाले चुनाव में जरूर सबक सिखायेंगी।
ब्लिचिंग पाउडर का नहीं हो रहा छिड़काव
बाजार समिति में रहने वाले पंकज ने कहा कि हाल में बिहार में चमकी बुखार ने लोगों का जीना हराम कर दिया था। राज्य में स्वास्थ्य मंत्री भाजपा के हैं। चमकी हर वर्ष तबाही मचाती है, लेकिन इस वर्ष तो इसने कहर बरपा दिया। कारण, भाजपा मंत्री की लापरवाही और समय रहते बचाव के उपयुक्त उपाय करने में विफलता। इसी प्रकार अब राजधानी में जलजमाव और गंदगी। पटना की मेयर भाजपा की हैं। राज्य के नगर विकास मंत्री भाजपा के हैं। ड्रेनेज सिस्टम के लिए उत्तरदायी ये दोनों शख्स अपने काम में पूरी तरह फेल रहे।
डेंगू के बढ़ रहे मरीज, जानवारों के शवों से सड़ांध
राजेंद्रनगर में रहने वाले पप्पू सिंह ने कहा कि आप हालात को ऐसे में सहज समझ सकते हैं कि जो डिप्टी सीएम अपने मुहल्ले, जिसमें उनका अपना घर है, उस एरिया का ड्रेनेज सिस्टम नहीं ठीक करवा पाये तो वे सूबे के तंत्र को क्या ठीक से चला पायेंगे। पप्पू सिंह का साफ इशारा राज्य के डिप्टी सीएम और भाजपा नेता सुशील मोदी की तरफ था।
बहरहाल, अभी पीएमसीएच, एनएमसीएच और अन्य अस्पतालों में लगातार डेंगू पीड़ितों की संख्या बढ़ती जा रही है। लेकिन किसी भी जलजमाव वाले इलाके में ब्लिंचिंग पाउडर का छिड़काव अभी तक शुरू नहीं किया गया है। महज दिखावे के लिए कुछ उपरी इलाकों में छिड़काव दिख रहा है, लेकिन अंदर के क्षेत्र बदबू और सड़ंध से बजबजा रहे हैं। हालांकि फॉगिंग की गाड़ी कतिपय इलाकों में घुमती दिख जा रही है।