नवादा : नवादा में ग्रामीण पंचायत के तुगलकी फरमान का पालन अब भी जारी है। यहां तक कि दुष्कर्म जैसे मामले को पंचायत के माध्यम से शारीरिक व आर्थिक अर्थ दंड लगाकर आसानी से सलटाया जा रहा है। इसी प्रकार का एक मामला नवादा के सोशल मीडिया पर छाया हुआ है।
हम बात कर रहे हैं जिले के रूपौ थाना क्षेत्र के भीखमपुर गांव की। गांव के वार्ड कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति के सचिव पर आरोप है कि उन्होंने अनुसूचित जाति के एक व्यक्ति के घर में देर रात घुसकर सुप्तावस्था में एक महिला के साथ दुष्कर्म किया। जबतक घर वाले उसे पकङ पाते अंधेरे का लाभ उठा कर वह फरार होने में सफल रहा। मामला थाना तक पहुंचने के पूर्व ग्रामीणों ने पंचायत के माध्यम से इसे सलटाने का प्रस्ताव दिया।
पंचायत ने उठक—बैठक कराने के साथ 21 हजार रुपये के अर्थदंड का फरमान सुनाया। परिजनों द्वारा राशि भुगतान के बाद उसे मुक्त किया गया। ग्रामीण बताते हैं कि पूर्व में भी उसने कई महिलाओं के साथ जबरन दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया है। बता दें आरोपी का भाई पूर्व में पंचायत राज का प्रतिनिधित्व कर चुका है।
दिव्यांग नाबालिग छात्रा से दुष्कर्म
उधर एक अन्य घटना में मुफस्सिल थानांतर्ग्त एक गांव में दिव्यांग नाबालिग के साथ दुष्कर्म किया गया। आरोपी गांव का ही दामाद बताया गया है। इस बाबत महिला थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी है जिसके बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
बताया जाता है कि दिव्यांग छात्रा देर शाम गांव के बधार में शौच करने गयी थी। इसी क्रम में पूर्व से घात लगाये बैठे गांव के ही केशो मांझी के दामाद हीरा मांझी ने जबरन उसके साथ दुष्कर्म किया। खून से लथपथ घर पहुंचने पर उसने सूचना परिजनों को दी। तत्काल इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। सूचना के आलोक में पहुंची महिला थानाध्यक्ष सुषमा कुमारी ने पीङिता का बयान कलमबंद कर मामले की जांच आरंभ की तथा आरोपी को गिरफ्तार किया।