नयी दिल्ली : देश में अर्थव्यवस्था की सुस्ती को दूर करने और भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनाने की दिशा में आज शुक्रवार को केंद्र सरकार ने बैंकिंग सेक्टर में बहुत बड़ा फैसला लिया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज कई बड़े बैंके का एक दूसरे के साथ विलय करने की घोषण की। इसके तहत अब ‘द पीएनबी’ देश का दूसरा बड़ा सरकारी बैंक बन जाएगा। इसके अलावा निर्मला सीतारमण ने केनरा बैंक और सिंडिकेट बैंक के विलय का भी ऐलान किया।
वित्त मंत्री ने बताया कि यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, आंध्रा बैंक और कॉरपोरेशन बैंक का भी विलय होगा। इसके अलावा इंडियन बैंक में इलाहाबाद बैंक के विलय का ऐलान किया गया। इस विलय के बाद देश को 7वां बड़ा पीएसयू बैंक मिलेगा। वित्त मंत्री के आज के ऐलान के बाद अब देश में 12 पब्लिक सेक्टर बैंक रह गए हैं। पहले पब्लिक सेक्टर के 27 बैंक थे। वित्त मंत्री ने बताया कि 18 में से 14 सरकारी बैंक प्रॉफिट में हैं।
आज के ऐलान के अन्य बिंदु
निर्मला सीतारमण ने कहा कि हाउसिंग फाइनेंस को 3300 करोड़ रुपये का सपोर्ट सरकार देगी। अब तक 3 लाख से अधिक शेल कंपनियां बंद हो चुकी हैं। उन्होंने नीरव मोदी का जिक्र करते हुए कहा कि भगोड़ों की संपत्ति के जरिए रिकवरी जारी है। इसके अलावा वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बैंकों को जल्द ही 70,000 करोड़ रुपये की पूंजी उपलब्ध कराने का ऐलान किया। इसके साथ ही बताया कि बैंक अब आरबीआई द्वारा रेपो रेट में की गई कटौती का फायदा सीधे ग्राहकों को देंगे। इसका असर ये होगा कि ग्राहकों को अब होम और ऑटो लोन सस्ते मिलेंगे।