कुलपति के निर्देश पर गठित हुई चार कमिटियाँ
दरभंगा : कुलपति प्रो. सुरेन्द्र कुमार सिंह के मार्गदर्शन में दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के लिए कई महत्वपूर्ण कमिटियों का गठन किया गया है। पहली कमिटि का गठन चार वर्षीय एकिकृत अध्यापक शिक्षा कार्यक्रम आरंभ करने हेतु किया गया है। जिसके पाँच सदस्य-संकायाध्यक्ष, शिक्षा, विभागाध्यक्ष शिक्षा डॉ. अरविंद कुमार मिलन, डॉ. अखिलेश कुमार मिश्रा तथा सहायक निदेशक डॉ. शंभु प्रसाद हैं। ज्ञात हो कि एनसीटीई ने चार वर्षीय एकीकृत बीएड पाठ्यक्रम आरंभ करने का परिपत्र जारी किया है। दूरस्थ शिक्षा निदेशालय बीएबीएड तथा बीएससीबीएड पाठ्यक्रम में चार युनिट (200) छात्रें हेतु प्रस्ताव प्रेषित करेगा।
दूसरी कमिटि का गठन दूरस्थ शिक्षा निदेशालय को विश्वविद्यालय की स्ववित्तपोषित संबद्ध ईकाई के रूप में परिवर्तित करने के उद्देश्य से किया गया। जिसके अध्यक्ष, प्रतिकुलपति प्रो. जयगोपाल तथा संयोजक निदेशक, दूरस्थ शिक्षा निदेशालय है। कमिटि के अन्य सदस्य संकायाध्यक्ष, समाजिक विज्ञान प्रो-अजित कुमार सिंह स्नातकोत्तर वाणिज्य विभाग, अध्यक्ष-छात्र कल्याण तथा कुलसचिव हैं।
तीसरी कमिटि का गठन यूजीसीडेब के मानदंड के अनुरूप सीआईक्यूए (Centre for Internal Quality Assurance) के रूप में किया गया है जिसके अध्यक्ष निदेशक है। कमिटि के अन्य सदस्य डॉ-अजित कुमार सिंह, संकायाध्यक्ष शिक्षा, संकायाध्यक्ष समाजिक विज्ञान तथा संकायाध्यक्ष विज्ञान है। कमिटि के संयोजक सहायक निदेशक, डॉ- शंभु प्रसाद है। इस कमिटि का गठन यूजीसीडेब द्वारा वर्ष 2020 के आगे मान्यता विस्तार के दृष्टिकोण से किया गया है।
इस बीच यूजीसी द्वारा निदेशालय को रोजगार मेला आयोजित करने का निर्देश आया है। ज्ञात हो कि निदेशालय तथा टीमलीज के सहयोग से निदेशालय में जॉब ड्राईव चल रहा है। अबतक कुल चार जॉब ड्राईव कार्यक्रम हुए हैं और कुल 232 छात्रें का चयन विभिन्न कंपनियों/विभागों में हुआ है।
सर्जना निखार शिविर में विभिन्न विषयो का मिला प्रशिक्षण
दरभंगा : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् द्वारा आयोजित एमआरएम महाविद्यालय मे सर्जना निखार शिविर विभिन्न विषयो का प्रशिक्षण दिया गया।
आज डायरेक्ट मार्केटिंग में अपना कैरियर कैसे बनाएं उसके बारे में P4 वैलनेस प्राइवेट लिमिटेड के संयोजक सह पत्रकार रवि कुमार सिंह ने बताया कि 21वीं सदी में जितने भी लोग हैं सब को डायरेक्ट मार्केटिंग से जुड़ना ही पड़ेगा जिस में हर युवा और महिला को वैश्विक रूप से शामिल होना चाहिए। अन्यथा आप कभी भी अपनी युवा आयु का सर्वश्रेष्ठ हासिल नहीं कर सकते। डायरेक्ट मार्केटिंग एक ऐसा माध्यम है जो आपके सपनों को पूरा कर सकता है। इस प्रशिक्षण में कुमार ने मार्केटिंग में सफल व्यक्तियों का उदाहरण देते हुए बताया कि लोग इस क्षेत्र में अपने को निखार सकते हैं और अपना कैरियर बना सकते हैं पत्रकार वीरेंद्र कुमार भी छात्राओं को पत्रकारिता के क्षेत्र मे अपना कैरियर कैसे बनाऐ उसके बारे में बताया।
वही ड्रेस डिजाइनिंग के प्रशिक्षक डॉ निशा शरण सिन्हा ने छात्राओ को विभिन्न प्रकार के कंटीग कर बताऐ जैसे सुट, पेटीकोट, बाजू, छोटा बच्चा का कपड़ा ईन सभी पेपर पर कंटीग कर बताई।
वहीं मिथिला पेंटिंग के प्रशिक्षक भगवान ठाकुर ने छात्राओं को आज राम सीता की जयमाला चित्र, बेडशीट का बोडर, कुर्ता एवं साड़ी पर कैसे बनाया जाता है इसका कपड़े पर अभ्यास कराऐ।
वहीं मेहंदी के शिक्षिका प्रियंका कुमारी ने छात्राओ को विभिन्न प्रकार के मेहंदी के डिजाइन बताई जैसे हथेली एवं पैरो पर कैसे मेहंदी लगाया जाऐ, ब्राइडल मेहंदी, दुल्हन मेहंदी, इन सभी के का अभ्यास कराऐ।
वही मशरूम के शिक्षिका प्रतिभा झा ने छात्राओं को मशरूम उत्पादन के बारे में एवं मशरूम कितने प्रकार के होते हैं जैसे आर्यस्टर मशरूम, बटन मशरूम, दूधिया मशरूम के बारे मे बताऐ एवं कैसे उत्पादन किया जाता है तीनो प्रकार के मशरूम के बैग बनाकर बताई वही नृत्य के प्रशिक्षका चांदनी कुमारी ने क्लासिक नृत्य के विभिन्न प्रकार के स्टेप का अभ्यास कराऐ।
वह इस कार्यक्रम को सफल बनाने में कार्यक्रम प्रमुख पूजा कुमारी, सोनम सिंह, सोनी कुमारी, प्रीति कुमारी, अभिलाषा कुमारी, काजोल कुमारी, काजल कुमारी, कमला कुमारी, स्नेहा कुमारी, शिवानी प्रिया, आरती कुमारी इत्यादि कार्यकर्ता उपस्थित थी।
मुरारी ठाकुर