पटना : बिहार में सैंकड़ों बच्चों की जान लेने वाले दिमागी बुखार पर बिहार के नेताओं का ज्ञान और उनकी संवेदना भी कम दिलचस्प नहीं है। मुजफ्फरपुर के सांसद अजय निषाद ने तो इसके लिए ‘4 जी’ का फार्मूला भी निकाल डाला। वहीं जदयू के सांसद दिनेश चंद्र यादव ने इसकी मुख्य वजह ‘गर्मी’ में ढूंढ निकाली है। उधर चुनावी हार के गम से अभी तक नहीं उबर पाये राजद के तेजस्वी यादव इस संकट की घड़ी में भी राज्य के राजनीतिक, सामाजिक मंच से पूरी तरह आउट होकर कहीं विदेश में छुट्टियां मना रहे हैं।
अजय निषाद और दिनेश चंद्र यादव का तर्क
मुजफ्फरपुर के सांसद अजय निषाद ने बच्चों की मौत पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि 4जी यानी गांव, गरीबी, गर्मी और गंदगी के कारण ऐसा हो रहा है। सांसद निषाद के अनुसार अति पिछड़ा समाज के लोगों को यह बीमारी ज्यादा शिकार बना रही है। उन्होंने कहा कि बिहार में गर्मी ज्यादा पड़ रही है और मरने वाले अधिकांश बच्चे गरीब तबके से हैं। निषाद ने कहा कि सरकारी अस्पतालों को तैयार किया जा रहा है और 100 बेड का एक अलग अस्पताल बनाने का निर्णय लिया गया है। उधर जदयू के सांसद दिनेश चंद्र यादव ने दिमागी बुखार से होने वाली मौतों को बिहार में पड़ रही भीषण गर्मी का नतीजा बताया। उनके अनुसार गर्मी के कारण ही वहां बच्चों की मौत हो रही है।
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी बिहार से गायब
इधर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव लोकसभा चुनाव में महागठबंधन को मिली करारी हार के बाद से ही प्रदेश से गायब हैं। सोशल मीडिया पर लगातार सक्रिय रहने वाले तेजस्वी ने बिहार में पिछले सत्रह दिनों से बच्चों की मौत पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। तेजस्वी कहां हैं, ये बात न तो उनकी पार्टी के नेताओं को पता है और न ही प्रवक्ताओं को। ट्विटर पर भी तेजस्वी की गैरहाजिरी इस बात का इशारा करती है कि वो लोगों की पहुंच से काफी दूर हैं। तेजस्वी से इतर उनके बड़े भाई तेजप्रताप और मां राबड़ी देवी ने मासूमों की मौत को लेकर सरकार को घेरा है।