एनडीए की आंधी ने पकड़ा जोर, पीएम मोदी की मुजफ्फरपुर रैली ने दिये संकेत
मुजफ्फरपुर : चौथे चरण के मतदान की समाप्ति के बाद अब हवा का रुख धीरे—धीरे स्पष्ट होने लगा है। एनडीए के पक्ष में तूफान से थोड़ा ही कम, लेकिन आंधी जैसी बयार जरूर बहने लगी है। इसका नजारा आज बिहार के मुजफ्फरपुर में भी देखने को मिला जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुनावी सभा में तेज धूप के बावजूद भारी भीड़ जुटी। आलम ये था कि प्रधानमंत्री के भाषण के दौरान भीड़ बार—बार मोदी, मोदी के नारे लगाकर उनकी कही बातों का गगनभेदी समर्थन करती रही। इस दौरान प्रधानमंत्री और भीड़ के बीच लगातार संवाद का समां देखते ही बन रहा था।
पीएम मोदी और भीड़ के बीच मुजफ्फरपुर में अनोखा संवाद
पीएम मोदी ने ‘सबका साथ, सबका विकास’ के अपने मंत्र को दोहराते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा पर जहां कांग्रेस समेत समूचे विपक्ष को जमकर घेरा, वहीं भ्रष्टाचार के मुद्दे पर राजद और कांग्रेस दोनों को आइना दिखाया। पीएम मोदी ने कहा, ‘चार चरणों के चुनाव के बाद विरोधी चारों खाने चित हो चुके हैं। अब अगले चरणों में तय होना है कि इनकी हार कितनी बड़ी होगी और एनडीए की जीत कितनी भव्य।
पीएम मोदी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘हर बूथ पर एनडीए कार्यकर्ता मजबूती से डटा हुआ है और विजय निश्चित देख अब हर व्यक्ति इसमें अपना योगदान देने को बेताब हो रहा है। इससे पता चलता है कि हवा रुख किधर है। यह लहर नहीं ललकार है, फिर एकबार मोदी सरकार है। सभा को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने भी संबोधित किया।
कमजोर केंद्र और मजबूर बिहार विपक्ष का एजेंडा
मोदी ने कहा कि एनडीए के सभी नेताओं के प्रयास से बहुत मुश्किल से बिहार ने अपने पुराने दौर को पीछे छोड़ा है। जिन लोगों ने इस महान भूमि की पहचान बदल दी थी, उनकी दिलचस्पी केंद्र में मजबूत सरकार बनाने की नहीं है। वह छटपटा रहे हैं कि कैसे कुछ संख्या बढ़ जाए, ताकि वो फिर बिहार में जनता के पैसों का फिर लूटपाट मचा सकें। पीएम मोदी ने कहा, ‘बिहार को लोगों को सावधान कर रहा हूं। उनकी ताकत बढ़ाने का मतलब है, बेटियों का अपहरण, हत्याएं और हर योजना में भ्रष्टाचार और सूरज ढलने के बाद अपने घर में कैद होना।’ उन्होंने कहा कि बिहार को इन लोगों ने यही दिया है। ये लोग बिहार को जाति और समाज में बांटकर अपना स्वार्थ सिद्ध करना चाहते हैं।
महामिलावटी लोगों की मंशा से किया सावधान
पीएम ने कहा कि इनका लक्ष्य है किसी भी प्रकार से दिल्ली में एक कमजोर और मजबूर सरकार बने, ताकि मनमानी कर सकें। जो जेल में, जेल के दरवाजे पर, बेल पर या बेल के लिए कोर्ट का चक्कर काट रहे हैं, वो एक मिनट भी केंद्र में मजबूत सरकार को बर्दाश्त नहीं करना चाहते हैं। इन्होंने अपने परिवार के लिए बड़े-बड़े शॉपिंग मॉल खड़े किए, उसका भी हिसाब देना होगा। जिस तरह से ‘मिशेल मामा’ को उठाकर लाए हैं, इनके बाकी चाचाओं को भारत आना ही होगा। इन सारे महामिलावट करने वालों की मंशा को समझना होगा।
राष्ट्रीय सुरक्षा का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा कि देश में बम धामाके हुआ करते थे। कांग्रेस और उसके साथी कमजोरों की तरह बर्ताव करते थे। आतंकवाद जब फलता है तो कोई सुरक्षित नहीं रहता है। बीते पांच वर्षों में बहुत मेहनत से सुरक्षा एजेंसियों ने इसे रोककर रखा है। उनके (पाकिस्तान) के इरादे ऐसे ही हैं। मौके की तलाश में हैं। हम उनके इस मंसूबे को खत्म कर देंगे।
इस दौरान पीएम मोदी ने सभा में मौजूद भीड़ से पूछा कि आतंकवाद को कौन खत्म कर सकता है? आतकंवाद और नक्सलवाद पर सबसे बड़ा प्रहार करने की ताकत किसने दिखाई? लोगों ने जवाब दिया मोदी। पीएम मोदी ने कहा देश के भीतर हो या सीमा के उस पार आतंक को फैलाने वाली फैक्ट्री जहां भी होगी वो चौकीदार के निशाने पर है। भारत को जहां से भी खतरा होगा वहां हम घर में घुसकर मारेंगे। एनडीए की नीति स्पष्ट है। महाविलाट वालों की क्या नीति है? उन्हें देश की सुरक्षा की चिंता नहीं हैं।पाकिस्तान का नाम सुनते ही इनके पैर कांपने लगते हैं।