पटना : जदयू ने एक बार फिर राजद सुप्रीमो लालू यादव पर जेल से अपनी पार्टी की राजनीति चलाने का बड़ा आरोप लगाते हुए इस संबंध में चुनाव आयोग को एक पत्र लिखा है। जदयू प्रवक्ता और एमएलसी नीरज कुमार ने चुनाव आयोग को लिखे शिकायती खत में पूछा है कि क्या लालू यादव को लोकसभा चुनाव के लिए टिकट बंटवारे की प्रक्रिया में हस्ताक्षर करने का अधिकार है? क्या उन्होंने इसके लिए कोर्ट से इजाजत ली? अगर नहीं तो राजद के सभी उम्मीदवारों का नामांकन अवैध घोषित किया जाए। इधर राजद ने भी जदयू पर पलटवार करते हुए कहा कि चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखना उनकी अज्ञानता का परिचायक है। राजद नेता मनोज झा ने कहा कि जदयू के लोग हताशा में हैं। कानून के किस प्रावधान में पार्टी अध्यक्ष का हस्ताक्षर करना मना है।
उधर रामविलास पासवान के पुत्र और लोजपा सांसद चिराग पासवान ने भी जदयू का समर्थन करते हुए कहा कि पूरी राजद पार्टी जेल से संचालित की जा रही है। वे इस बात को सार्वजनिक रूप से जनता के सामने रखेंगे। हालांकि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हम नेता जीतन राम मांझी ने इसे कानूनी बात बताकर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया। उन्होंने साथ में यह भी कहा कि टिकट बंटवारे के लिए राबड़ी देवी को अधिकृत किया गया था। इस बात की पूरी सच्चाई क्या है, इसकी पुष्टि होनी अभी बाकी है।