पटना : मधुबनी लोकसभा सीट महागठबंधन के गले की फांस बन गई है। पहले कांग्रेस में शकील अहमद बागी हुए, और अब इस सीट के लिए राजद नेता अली अशरफ फातमी ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। अली अशराफ फातमी भी मधुबनी से ही चुनाव लड़ना चाह रहे हैं और इसके लिए उन्होंने राजद को 18 अप्रैल तक फैसला कर लेने का अल्टीमेटम भी दे दिया है। श्री फातमी ने राजद के सभी पार्टी पदों से इस्तीफा देते हुए आज कहा कि अगर मेरे हक में फैसला नहीं हुआ तो मैं निर्दलीय ही चुनाव लड़ जाउंगा। किसी और पार्टी की तरफ रुख करने से भी उन्होंने इनकार नहीं किया। अली अशरफ फातमी तेजस्वी यादव के दिये एक बयान से रूठे हुए हैं।
फातमी ने राजद में सभी पार्टी पदों से दिया इस्तीफा
महागठबंधन के समक्ष मजबूरी ये है कि मधुबनी सीट घटक दल वीआईपी पार्टी को दी गई है। ऐसे में फातमी हों या शकील अहमद, दोनों के लिए कोई गुंजाइश नहीं है। साफ है कि मधुबनी में महागठबंधन गंभीर भीतरघात के दौर में जा रहा है। दरअसल, अली अशरफ फातमी और शकील अहमद दोनों पहले से ही अपनी—अपनी पार्टी को मधुबनी सीट पर खुद के चुनाव लड़ने की इच्छा बता चुके हैं।
फातमी ने कहा कि मैंने पार्टी पद से इस्तीफा देने का फैसला तेजस्वी यादव के उस बयान को देखने के बाद लिया जिसमें उन्होंने कहा है कि जिन्हें टिकट नहीं मिला है वो स्वत्रंत हैं। वो निर्दलीय लड़ने के लिये भी स्वतंत्र हैंं। फातमी ने इसके साथ यह भी कहा कि मैं 18 तारीख तक पार्टी के निर्णय का इंतजार करूंगा। अगर राजद ने मेरे हक में फैसला नहीं लिया तो मैं राजद की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे दूंगा। फातमी को सीमांचल का कद्दावर नेता माना जाता है और वो लालू के भी करीबी माने जाते हैं लेकिन इस बार पार्टी ने उन पर भरोसा नहीं जताया।