पुरानी दीवार की मरम्मत में लाखों रुपये का घपला
नवादा : जिले के पकरीबरांवा प्रखंड मुख्यालय स्थित प्रोजेक्ट कन्या इंटर विधालय का एक और मामला उजागर हुआ है। जिसका विरोध विधालय के ही कर्मी दबी जुबान से करने लगे हैं। वर्तमान प्रधानाध्यापिका पुष्पलता सिन्हा ने अपनी मनमानी करते हुए पुरानी चाहरदीवारी की मरम्मत करवाकर लाखों रुपए की राशि की निकासी करने में जुट गई है। विद्यालय कर्मियों की मानें तो भवन काफी जर्जर हालत है। बता दें कि वर्तमान प्रधानाध्यापिका बच्चों से मनमानी परीक्षा शुल्क लेने, मार्कशीट, प्रैक्टिकल आदि में नजराना की बसूली को लेकर कई बार प्रखंड से लेकर जिले के पदाधिकारियो ने मंत्रीयों के आदेश पर जांच किया और इस मामले में प्रपत्र क भी गठन करने का आदेश दिया। कई बार जनप्रतिनधियो से लेकर छात्र-छात्राओं ने प्रखंड कार्याल पर हंगामा भी किया। कई बार मुख्यमंत्री से लेकर शिक्षा मंत्री तक लिखित शिकायत की गई है। बाबजूद इनकी अकड़न कम नही हुई है।
अधिकारियों के आश्वासन के बाद भी नहीं हुआ पथ निर्माण
नवादा : जिले के पकरीबरांवा प्रखंड क्षेत्र के एरुरी ग्राम पंचायत की ग्रामीणों में अधिकारियों के आश्वासन के बाद भी पथ निर्माण का कार्य प्रारंभ नहीं किए जाने के कारण आक्रोश दिख रहा है। जिसको लेकर ग्रामीणों ने पंचायत कार्यालय में बैठक आयोजित कर मतदान का बहिष्कार करने का मन बनाया है। पंचायत के रौशन कुमार, अर्जुन सिंह, बालेश्वर महतो, कुंदन राम सहित कई अन्य ने बताया कि एक सप्ताह पूर्व भूमि सुधार उप समाहर्ता विरेंद्र कुमार एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी डॉ अखिलेश कुमार गांव पहुंचकर मतदान का बहिष्कार ना कर मतदान करने की अपील की थी। उन्होंने आश्वासन दिया था कि पथ निर्माण का कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा। उनके अश्वावसन के बाद 10 ट्रैक्टर बोल्डर को पथ पर बिछाया गया। दो दिन जेसीबी लगाकर सड़क के किनारे कुछ कम किया गया फिर बंद कर दिया गया । यदि काम बंद रहा तो पंचायत के लोग मतदान का बहिष्कार करेंगे। गौरतलब हो कि नवादा जमुई पथ से महज चार किलोमीटर दूरी का संपर्क पथ पिछले पांच वर्षों से अधूरा पड़ा है। कई बार टेंडर भी कराए गए टेंडर के बाद भी पथ निर्माण आज तक नहीं पूर्ण कराया गया जिसके कारण ग्रामीणों में आक्रोश दिखाई पड़ रहा है। इधर मामले को लेकर प्रखंड विकास पदाधिकारी डॉ अखिलेश कुमार बताते हैं कि उन्हें भी सूचना मिली है कि पथ निर्माण का कार्य बहुत ही धीरे चल रहा है। जिसके कारण लोगों में आक्रोश है। इसकी सूचना वरीय अधिकारी को दी गई है।
पानी का संकट बना चुनावी मुद्दा
नवादा : जिला बीते कई वर्षों से लगातार पानी का संकट झेल रहा है। यहां के दर्जनों गांवों में बीते कई महीनों से पानी की गंभीर समस्या बनीं हुई है। चूंकि गर्मी ने दस्तक दे दी और आम चुनाव को लेकर हर तरफ राजनीति हो रही है। लिहाजा, आम ग्रामीणों के लिए पानी का संकट बड़ा चुनावी मुद्दा बना हुआ है। गांव-कस्बों में वोट मांगने पहुंच रहे नेताओं को इस बुनियादी मुद्दा से दो चार होना पड़ रहा है। जिले में पेयजल संकट की स्थित ऐसी है कि अनेक जगहों पर लगा चापाकल पानी नहीं दे रहा हैं। कई गांव के लोगों को प्यास बुझाने के लिए इधर-उधर के चापाकलों पर से पानी ढोकर लाना पड़ता है। कई ऐसे गांव हैं जहां पानी का लेयर काफी नीचे चला गया है। वहां के अधिकांश चापाकल फेल हो चुके हैं। जिनके घरों में सबमर्सिबल लगा हुआ है उन्हीं को पानी नसीब हो रहा है। ग्रामीणों के साथ ही मवेशियों को भी पानी के लिए परेशान होना पड़ रहा है। जिले के तमाम नदी-नाले, आहर-पोखर सूखे पड़े हैं। इससे भी जल संकट है। नवादा ब्लॉक के महुलीडह गांव के नरेश पासवान, कृष्णा शर्मा, योगेंद्र यादव, नवीन पासवान, निगारी गांव के बालेश्वर पासवान, सत्येंद्र पासवान आदि ने कहा कि गांव में ज्यादातर चापाल सूखने से पानी की समस्या उत्पन्न हो गई है। मेसकौर, रजौली, कौआकोल व नारदीगंज का इलाका ज्यादा प्रभावित जिले का मेसकौर प्रखंड क्षेत्र ऐसा इलाका है जहां पानी का भीषण संकट है। जानकारों की राय में यहां की धरती के नीचे पानी मिलना मुश्किल वाली बात है। कहीं मिलता है भी तो वह 200 से 300 फीट की गहराई में। जिले का मेसकौर सर्वाधिक जल संकट क्षेत्र है। इसके अलावा रजौली के पहाड़ी इलाके, कौआकोल व नारदीगंज के अनेक गांवों में पानी का संकट है। इन प्रखंडों के अलावा दूसरे प्रखंडों में भी लोग पानी की समस्या से परेशान हैं। ग्रामीणों की चिता इस बात की है अभी यह स्थिति है तो मई-जून में क्या हालात होंगे ? मेसकौर के कई गांव ऐसे हैं जहां दूर-दूर तक पानी नहीं मिलता है। मेसकौर में ग्रामीणों को पेयजल मुहैया कराने के लिए पीएचईडी की ओर से प्रयास किए गए हैं। जानकारी के मुताबिक रंका जलालपुर गांव में बोरिग पंप कराकर पाइप के जरिए वार्ड संख्या 1, 2, 3 और 4 में पानी दिया जा रहा है। यहां मुस्लिम टोला, महाराजवन, अनुसूचित जाति टोला के करीब 480 घरों तक पानी पहुंचाया जा रहा है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि हरेक माह जिले के विभिन्न इलाकों में जलस्तर की मापी की जाती है। इसके साथ ही खराब चापाकलों को मरम्मत करने का काम निरंतर जारी है। नक्सल क्षेत्र में बंद पड़े चापाकलों को मशक्कत से चालू कराया जा रहा है। हाल ही में रजौली के सपही, टोपा पहाड़ी, माइका वेलफेयर, मारोटाड़, बसरौन में करीब 10 चापाकलों में राइज पाइप डालकर पानी चालू किया गया है। वहीं इलाके में 10-12 नए चापाकल गाड़े गए हैं। जिले में मवेशियों को पानी पिलाने के लिए पीएचईडी के स्तर से सोलर पशु नाद की योजना क्रियान्वित की जा रही है। जानकारी के मुताबिक जिले में 30 जगहों पर नाद बनना है। अब तक 22 जगहों पर काम प्रारंभ है। 12 जगहों पर बोरिग करने व नाद का कार्य पूर्ण हो गया है। जिले में अभी तक 3 जगहों पर सोलर पशु नाद मवेशियों को पानी पिलाने के लिए चालू हो चुके हैं। राज्य सरकार ने हरेक गांव में नल-जल के लिए सात निश्चय की योजना चला रखी है। इसमें पंचायत की वार्ड क्रियान्वयन समिति और पीएचईडी विभाग के जरिए लक्ष्यवार वार्ड में पानी पहुंचाना है। कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक दोनों ही एजेंसियों ने अब तक 802 वार्डों में पानी पहुंचाया है। जबकि जिले में 2527 वार्ड हैं।
इस लिहाज से देखें तो पानी पहुंचाने का काम काफी धीमी गति से चल रहा है। पीएचईडी को जिले में 536 वार्ड में नल-जल से पानी पहुंचाने का लक्ष्य है। इसमें से अब तक 117 में काम पूर्ण हुआ है। 280 में काम शुरू है। यह आंकड़े फरवरी 2019 तक के हैं। तो वहीं वार्ड क्रियान्वयन एजेंसी ने मार्च 2019 तक 785 वार्ड में नल-जल से पानी पहुंचाया है। वहीं, नल-जल जिन गांवों में पहुंचा है वहां अनेक जगहों पर पानी की बर्बादी भी हो रही है। इसके लिए आम जनजागरुकता की दरकार है।
शांतिपूर्ण व निष्पक्ष चुनाव को लेकर 5 जोन में बंटा जिला, 21 क्यूआरटी भी बनीं
नवादा : जिले में आम चुनाव को शांतिपूर्ण व निष्पक्ष तरीके से संपन्न कराने के लिए प्रशासनिक तैयारियां जोरों पर है। इलाके में कमजोर वर्ग के मतदाताओं के मताधिकार की रक्षा, विधि-व्यवस्था कार्य पर प्रभावी नियंत्रण के लिए जिला निर्वाचन पदाधिकारी कौशल कुमार व एसपी हरि प्रसाथ एस ने संयुक्त आदेश जारी कर दिया है। आदेश के अनुसार चुनाव को लेकर जिले में विधान सभा क्षेत्र में 5 सुपर जोन बनाया गया है। यहां दण्डाधिकारी व पुलिस पदाधिकारी को तैनात किया गया है। जो हर पल की गतिविधि पर नजर रखेंगे। इसके अलावा थाना स्तर पर 21 क्यूआरटी (क्विक रिस्पॉन्स टीम) टीमें बनाई गई हैं। जो हर स्थिति के लिए 24 घंटे तत्पर रहेगी।
चुनाव को लेकर 44 जोनल दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी को प्रतिनियुक्त गया है। गौरतलब है कि नवादा संसदीय सीट पर 11 अप्रैल को चुनाव होंगे। इस दिन नवादा, वारिसलीगंज, बरबीघा, हिसुआ में सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक मतदान होगा। वहीं जिले के रजौली व गोविदपुर विधानसभा क्षेत्र के बूथों पर सुबह 7 बजे से शाम 4 बजे तक मतदान कराया जाएगा। चुनाव के दिन किसी भी प्रकार की सूचना के लिए जिला के वरीय अधिकारियों को सूचना दी जा सकती है। अलग-अलग कोषांग में प्रतिनियुक्त सभी अफसरों को आदेश दिया गया है कि निष्पक्ष एवं स्वतंत्र मतदान सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रकार के निरोधात्मक एवं सतर्कतामूलक कार्यवाई करेंगे। खासकर कमजोर वर्ग एवं भेद्य टोलों के मतदाताओं को मतदान के अधिकार से वंचित करने के किसी भी प्रकार के प्रति दृढ़ता पूर्वक सार्थक प्रयास करेंगे।
कार्य में लापरवाही या शिथिलता को गंभीरता से लिया जायेगा। निर्वाची पदाधिकारी के निर्देशानुसार रिजर्व ईवीएम गांधी इंटर विद्यालय से प्राप्त किया जायेगा। मतदान के दिन जिले के किसी भी भाग से मतदान के संबंध में किसी भी प्रकार की घटना, समस्याओं के संबंध में सूचना प्राप्त होते ही कार्रवाई तुरंत करने का निर्देश दिया गया है। दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों को मतदान दिवस के दिन जिला नियंत्रण कक्ष से बराबर संपर्क बनाये रखने को कहा गया है।
जिले के वरीय अफसरों/जोनल का दूरभाष नंबर:
डीएम-9473191256, एसपी-9431822975, रजौली सुपर जोनल-06324-213660, हिसुआ सुपर जोनल- 06324-213661, नवादा सुपर जोनल- 06324- 213662, गोविन्दपुर सुपर जोनल- 06324-213664,
वारिसलीगंज सुपर जोनल-06324-213666