दिल्ली/ब्यूरो। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर देशवासियों को संबोधित करते हुए भारत के सामूहिक शक्ति के प्रकटीकरण का रोड मैप प्रस्तुत कर दिया। लाला किले की प्राचीर से उन्होंने कहा कि आज के भारत का मतलब रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म है। प्रधानमंत्री मोदी के भाषण का यह अंश आज के भारत के सपने की ओर इंगित करता है। उनका यह कहना कि मैं बेसब्र हूं, क्योंकि जो देश हमसे आगे निकल चुके हैं, हमें उनसे भी आगे जाना है। मैं बेचैन हूं, हमारे बच्चों के विकास में बाधा बने कुपोषण से देश को मुक्त कराने के लिए। मैं व्याकुल हूं, देश के हर गरीब तक समुचित हेल्थ कवर पहुंचाने के लिए, ताकि वो बीमारी से लड़ सके। मैं व्यग्र हूं, अपने नागरिकों की जीवन गुणवत्ता को सुधारने के लिए। मैं अधीर हूं, क्योंकि हमें ज्ञान-आधारित चैथी औद्योगिक क्रांति की अगुवाई करनी है। मैं आतुर हूं, क्योंकि मैं चाहता हूं कि देश अपनी क्षमताओं और संसाधनों का पूरा लाभ उठाए। नरेंद्र मोदी के भाषण का यह अंश भारत के संकल्प से परिचय करा गया। नया भारत धीरे-धीरे यानी इनक्रिमंटल विकास की जगह पूरी शक्ति व नवीन ऊर्जा के साथ त्वरित विकास की ओर बढ़ रहा है ताकि एक उच्च क्षितिज पर शीघ्रता से अपना स्थान बना ले। हमारा भारत फिर से विश्व का मार्ग दर्शक बनने की हैसियत पा सके। संकल्प से सिद्धि के इस परिकल्पना के केंद्र में भारत का व्यक्ति-व्यक्ति शामिल है।
समर्थ भारतीय के निर्माण के माध्यम से अतुल्य भारत के निर्माण की योजना उनके आज के ऐतिहासिक भाषण में दिखा। पहले तो स्वच्छता व जागरूकता के माध्यम से रोग मुक्त वातावरण का निर्माण करने का संकल्प। इसके बाद भी यदि किसी कारण से कोई बीमार पड़ जाए तो उसकी पूरी सहायता की व्यवस्था करना ताकि प्रत्येक भारतीय एक समक्ष व समर्थ मानव बन सके। एकात्ममानववाद व अंत्योदय के प्रणेता पं. दीनदयाल उपाध्याय की संकल्पना के अनुरूप विज्ञान व वैज्ञानिक आविष्कारों का मानव के उत्थान के लिए युगानुकूल व स्वदेशानुकूल प्रयोग प्रधानमंत्री के भाषण के केंद्र मे दिखा। गांव-गांव को विद्युत ऊर्जा व इंटरनेट से हरहाल में जोड़ने का यह संकल्प महान भारत की रचना का प्रथम चरण होगा। प्रधानमंत्रीजी का आज का भाषण हममें उत्साह, ऊर्जा व आशा का संचार कर गया।
देश को आजाद के आज 71 वर्ष पूरे हो गए हैं। 15 अगस्त 2018 बुधवार को भारत अपना 72वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुबह 7.30 बजे लाल किले पर तिरंगा फहराया। फिर लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित किया। पीएम ने अपने भाषण में तीन बड़े ऐलान किए हैं। उसमें सबसे अधिक चर्चा 2022 तक हिंदुस्तान अंतरिक्ष में मानवसहित अंतरिक्ष यान भेजेगा और वहां तिरंगा लहराएगा। दूसरी बड़ी घोषणा 25 सितंबर 2018 को पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर देश में आयुष्मान भारत योजनालागू करने की थी। ज्ञात हो कि वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले पीएम मोदी का लाल किले के प्राचीर से यह भाषण राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
(कृष्णकांत ओझा)