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06 सितंबर : नवादा की मुख्य ख़बरें

फुलवरिया वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का मंत्री ने किया निरीक्षण

नवादा : श्रवण कुमार, मंत्री, ग्रामीण विकास विभाग, बिहार सरकार ने झारखंड राज्य की परिभ्रमण से लौटते वक्त जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली प्रखंड के फुलवरिया वाटर ट्रिटमेंट प्लांट का निरीक्षण किया। उक्त प्लांट के हल्दिया डैम्प से पानी लाकर बहूग्रामी जलापूर्ति योजना के तहत पानी को ट्रिटमेंट प्लांट के जरिये पानी में विद्यमान खराब अव्यवों को फिल्टर कर पूर्ण गुणवत्ता बनाकर रजौली प्रखंड के लगभग 92 गांव के ग्रामीण जनता को शुद्ध पेय जल की आपूर्ति की जा रही है।

ग्रामीण विकास मंत्री श्री कुमार ने बताया कि दिनांक 18.12.2019 को इस ट्रीटमेंट प्लांट का उद्घाटन विकास पुरूष के उपाधी से विख्यात बिहार के माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने किया था.इस अवसर पर श्रवण कुमार ग्रामीण विकास मंत्री -सह- जिला प्रभारी मंत्री उपस्थित रहे थे. ग्रामीण विकास मंत्री कुमार ने बताया कि इस योजना की लागत लगभग 160 करोड़ थी।

निरीक्षण के क्रम में बताया कि इस वर्ष कम वर्षा होने के कारण डैम्प में पानी की कमी है। इस कारण अगले 2 से 3 महीने तक ही इस डैम्प से ग्रामीण जनता को जल की आपूर्ति की जाने की संभावना है। उन्होंने ग्रामीण जनता से अनुरोध किया कि पानी का अपव्यय ना करें, उपयोग के बाद नल को बंद करना ना भूलें एवं पीने के लिए शुद्ध पेय जल की बर्बादी दूसरे कामों में ना करें।

सदर अस्पताल की लचर व्यवस्था फिर आयी सामने, प्रसव से तड़पती महिला की सुध लेने नहीं पहुंचे कर्मी

नवादा : सदर अस्पताल प्रबंधन का संवेदनहीन चेहरा एक बार फिर सामने आया है जिसे लेकर किरकिरी हो रही है। सोमवार को मुफस्सिल थाना क्षेत्र के तेतरिया गांव निवासी निखिल चौहान की 28 वर्षीय पत्नी रीता देवी अपने परिजनों के साथ प्रसव के लिए ई-रिक्शा से सदर अस्पताल आ रही थी। अस्पताल पहुंचते ही परिसर में ही महिला ने शिशु को जन्म दी। जिसके बाद ई-रिक्शा उसी अवस्था में महिला को उतार कर चलते बना।

प्रसव के बाद महिला के पति दौड़ कर स्वास्थ्य कर्मी को बुलाने के लिए प्रसव वार्ड पहुंचा। लेकिन ड्यूटी पर तैनात रहे स्वास्थ्य कर्मी आनाकानी करते रहे। जिसके बाद पास रहे एक आम व्यक्ति ने उसे व्हीलचेयर प्रसव वार्ड पहुंचा दिया। तब जाकर नर्सों ने आगे की प्रक्रिया शुरू की। सदर अस्पताल में नवजात शिशु ने जन्म दिया है, जो बिल्कुल स्वस्थ है। इस बावत सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ अजय कुमार से जब सवाल किया गया तो उन्होंने कहा ऐसी कोई जानकारी नहीं है। मामला की जानकारी होने पर जांच की जाएगी।

शहीद जगदेव प्रसाद का मनाया गया 48 बाँ शहादत दिवस

नवादा : जिले के सम्राट अशोक कुशवाहा सेवा समिति ट्रस्ट हिसुआ के सौजन्य से बिहार लेनिन अमर शहीद जगदेव प्रसाद जी का 48 वां शहादत दिवस समारोह मनाया गया। अध्यक्षता मनोज कुशवाहा ने किया। उन्होंने कहा कि जगदेव बाबु 85% के आवाज थे । जगदेव बाबु ने कहा था जो आज सच साबित हुआ है कि पहली पीढ़ी गोली खाएगी, दूसरी पीढ़ी जेल जाएगी, और तीसरी पीढ़ी राज करेगी।

संचालन सचिव डॉ रमेश कुशवाहा ने किया और कहा कि क्रांति के अग्रदूत जगदेव बाबु से युवा आज अपने को सीख रहे हैं और आगे आ रहे हैं। डॉ बिपिन कुमार, डॉ अवधेश कुमार ने कहा कि आज उनके मार्गदर्शन से युवा बदल रहा है। संबोधन में सिद्धू मनोज ने जगदेव बाबु के द्वारा दिया गया अंधविश्वास क्रांति पर प्रकाश डाला। उपस्थित डॉ बाबुचं द प्र, प्रदीप कुमार, टुनटुन कु, दिलीप कुमार,उनित महतो, युवा सचिव नीरज कुमार, अंकित कुमार, सुविन कुमार, अजय कुमार, संजय यादव सहित दर्जनों लोग उपस्थित होकर तैल चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दिया।

किसानों ने अपने बलबूते की 57 फीसदी खेतों में धान की रोपाई

नवादा : जिले के किसानों ने अनावृष्टि के बावजूद अपने बलबूते 57 प्रतिशत खेतों में धान की रोपाई की है। इस वर्ष शुरुआती दौर से ही बारिश ने समय पर साथ नहीं दिया और अंततः 57.8 फीसदी पर जिले में धान की रोपाई थम गयी. खींचतान कर इतनी बुवाई सम्भव हो सकी। इसमें ऐसे बिचड़े भी शामिल हैं, जो काफी समय तक खेतों में ही रह गये थे. ऐसे पुराने बिचड़े की आधी फसल होने की संभावना के बावजूद किसानों ने पशुओं के लिए चारा ही सही सोचकर बुवाई कर दी है।

हालांकि रोपाई की गयी धान की फसल हो ही जायेगा, यह कहना फिलहाल मुश्किल है. ले-दे कर हालिया दिनों की छिटपुट बारिश से खेतों में लगाए जा चुके धान का भला हो सकेगा। वैकल्पिक रूप से लगाए गये मक्का, तोरी, अरहर समेत अन्य दलहन व सब्जी आदि की फसल को इस बारिश का लाभ मिल पा रहा है।

जिले में सबसे ज्यादा धान की बुवाई वारिसलीगंज में हो सकी है, जबकि मेसकौर प्रखंड में सबसे कम धान की रोपाई हो सकी है. वारिसलीगंज में 75.40 जबकि मेसकौर में 24.35 फ़ीसदी धान की बुवाई हो सकी है. अकबरपुर प्रखंड में 68.66, गोविंदपुर प्रखंड में 50.14, हिसुआ 48.08, काशीचक 71.66, कौवाकोल 63.48, नारदीगंज 50.26, नरहट 45.74, नवादा 74.36, पकरीबरावां 41.95, रजौली 50.19, रोह 49.35 और सिरदला प्रखंड में 60.41 फीसदी धान की रोपाई सम्भव हो सकी है. लगभग यही आंकड़े अब स्थायी रह गये हैं।

अब जाकर हो रही अच्छी बारिश

जिले में अब जाकर कुछ अच्छी बारिश हो रही है. धान की खेती से किसान हाथ धो चुके हैं तब जाकर हो रही बारिश एक तरह से किसानों का मुंह चिढ़ा रही है.सितंबर के पांच दिनों में 48 एमएम बारिश हो चुकी है. वैसे सितंबर माह में 192.20 एमएम बारिश की आवश्यकता है. जाहिर है इस लिहाज से सितंबर के शुरूआती माह में बेहतर बारिश हो रही है। ऐसा जुलाई और अगस्त माह में होता तो किसानों के मंसूबे पर पानी फिरने से बच जाता। वैसे फिलहाल तीन दिनों से बारिश ने एकबार फिर से ब्रेक ले रखा है।

हेपेटाइटिस बी के लगातार बढ़ रहे मरीज, दो वर्षों से अस्पताल में नहीं मिल रही दवा

नवादा : जिले में हेपेटाइटिस यानी काला पीलिया के मरीजों की तादाद लगातार बढ़ती जा रही है. बावजूद इलाज के नाम पर अस्पताल में एक खुराक दवा नहीं है।हेपेटाइटिस से बचाव को लेकर जागरूकता और शुरुआती जांच तक की ही सुविधा उपलब्ध है, जबकि जिले में हेपेटाइटिस बी और सी दोनों कैटेगरी के मरीज मिल रहे हैं इससे मौतें भी हो रही है।

पिछले 8 माह में जिले में करीब 50 मरीज सामने आए हैं. इन मरीजों को सरकारी स्तर पर दवा नहीं मिल रही है इसके चलते हेपेटाइटिस मरीजों को अपने खर्च पर इलाज कराना मुश्किल हो रहा है। बताया जाता है कि करीब एक हजार से अधिक संदिग्ध मरीजों के टेस्ट किए गए. इस दौरान 50 मरीज हेपेटाइटिस बी और करीब आधा दर्जन मरीज हेपेटाइटिस सी लेवल बीमारी से संक्रमित पाए पाए गए हैं। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कार्यक्रम के अंतर्गत अबतक जिले में हेपेटाइटिस संक्रमितों की खोज और उपचार उपलब्ध कराने का अभियान चल रहा है लेकिन दवा उपलब्ध नहीं है।

हेपेटाइटिस बी पॉजिटिव मरीज मिलने के बावजूद दवा उपलब्ध नही कराया जा रहा है। इसपर कंट्रोल के लिए नेशनल वायरल हैपेटाइटिस कंट्रोल प्रोग्राम के तहत देश भर में अभियान चल रहा है। इसके तहत हेपेटाइटिस बी और सी पीड़ित मरीजों को दवा देने का प्रावधान है। हेपेटाइटिस की जांच, उपचार, परामर्श और दवा वितरण की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। विभागीय लापरवाही का आलम यह है कि दो साल से राज्य स्वास्थ्य भंडार गृह पटना से दवा ही नहीं आई है। उठाव तक नहीं किया गया है।

क्यों हो रही परेशानी

हेपेटाइटिस के मरीजों की पहचान करने के लिए जिले में जांच किट की पर्याप्त व्यवस्था है और हर महीने बड़े पैमाने पर टेस्ट भी हो रहे हैं लेकिन टेस्ट में पॉजिटिव पाए जाने वाले मरीजों को बाकि सुविधाएं उपलब्ध कराने में परेशानी हो रही है। दरअसल आर एम आर आई द्वारा वायरल लोड की रिपोर्ट होने के बाद ही मरीजों के लिए दवा उपलब्ध होती है। पॉजिटिव पाए जाने के बाद मरीज का वायरल लोड जानने के लिए उसके सैंपल को आरएमआरआई पटना भेजना है. इस काम के लिए सालों पहले जिला को मशीन मिला था लेकिन वह 2 साल से कोविड-19 में उपयोग हो रहा है.

हेपेटाइटिस बी के मरीजों को चार तरह की दवा आपूर्ति होनी है

काउंसलिंग से लेकर वैक्सीनेशन तक की व्यवस्था एनवीएचसीपी कार्यक्रम के तहत हेपेटाइटिस बी और सी से मरीजों की पोस्ट टेस्ट काउंसेलिग, वायरल लोड टेस्टिग सैंपल कलेक्शन करेंगे।

हेपेटाइटिस के बारे में जरूरी जानकारी

हेपेटाइटिस बी और सी वायरल रोग है. यह संक्रमण से फैलता है. संक्रमित सूई के उपयोग, संक्रमित रक्त चढ़ाने या फिर संक्रमित व्यक्ति के साथ संपर्क में आने से हो सकता है। उपचार का प्रोटोकाल है:- तीन टीका दी जाती है। पहला टीका के 25 से एक माह बाद दूसरा टीका और तीन माह बाद तीसरा टीका दिया जाता है.

क्या है कारण और लक्षण

हेपेटाइटिस-ए वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है.यह दूषित पानी या भोजन के सेवन से फैलता है.इसका मुख्य लक्षण उल्टी, दस्त, निम्न-श्रेणी का बुखार या लीवर एरिया में दर्द, अत्यधिक थकान, गहरे रंग का पेशाब, पीला मल, पेट में दर्द, भूख का खत्म हो जाना, वजन में अप्रत्याशित कमी, त्वचा में रूखापन, आंखों का पीला होना और गंभीर स्थिति में मुंह से खून की उल्टी आदि शामिल है. हेपेटाइटिस बी वायरस संक्रमित खून, वीर्य एवं शरीर के अन्य तरल पदार्थों के संपर्क में आने से होता है. हेपेटाइटिस बी, सी और डी संक्रमित रक्त और शरीर के संक्रमित द्रव्यों के कारण फैलता है।

कहती हैं सिविल सर्जन

हेपेटाइटिस बी और सी के कंट्रोल को लेकर अभियान चल रहा है.मरीजों को दवा उपलब्ध कराने के लिए जिला स्वास्थ समिति को निर्देशित किया गया है. राशि प्राप्त हो गई है। शीघ्र ही सुविधाएं शुरू हो जाएगी।

डॉ निर्मला सिन्हा, सिविल सर्जन,नवादा:

10 सितंबर को आयोजित होगा निःशुल्क चिकित्सा शिविर, डा. राखी कर रही तैयारी

नवादा : जिले हिसुआ नगर के जानकी कांप्लेक्स ( वैदिक उपचार केंद्र) में 10 सितंबर को निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन होने जा रहा है। यह आयोजन भोले शंकर सेवा सदन नवादा द्वारा किया जाएगा। महिला रोग विशेषज्ञ डा. राखी कुमारी आयोजित शिविर में इलाज करेंगी और उचित परामर्श देंगी।

शिविर में सभी प्रकार के रोगों की जांच की जाएगी और जरूरत के अनुसार दवाइयां भी दी जाएगी। विभिन्न रोगों के अलावा हिमोग्लोबिन और शुगर की निःशुल्क जांच की जाएगी। आयोजक डा. राखी ने बताया कि भोले शंकर सेवा सदन नवादा में 365 दिन रोगियों की सेवा की जाती है। महिला रोगियों के लिए सभी प्रकार की जांच और इलाज की सुविधा यहां उपलब्ध है। गर्भवती महिलाओं के लिए नॉर्मल डिलेवरी हमारी प्राथमिकता होती है।

विशेष परिस्थितियों में ही ऑपरेशन के विकल्प का इस्तेमाल किया जाता है। यहां बच्चेदानी का ऑपरेशन, बांझपन, थायराइड, बार बार गर्भपात सहित महिलाओं से संबंधित तमाम रोगों का उपचार किया जाता है। डा. राखी ने बताया कि लोग बेझिझक यहां पहुंचे, बेहतर इलाज और सलाह मिलेगा। उन्होंने कहा कि 10 सितंबर को हिसुआ में आयोजित किए जा रहे निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। भोले शंकर सेवा सदन पुरानी जेल रोड में डा. महेश कुमार के क्लीनिक के पास संचालित है। डा. राखी ने बताया कि लोग बेझिझक यहां पहुंचे, बेहतर इलाज और सलाह मिलेगा।

डा. राखी एक जानी मानी स्त्री रोग विशेषज्ञ हैं। लोगों की मांग पर हिसुआ में शिविर लगाया जा रहा है। गर्भवती महिलाओं के लिए यह सुनहरा अवसर है। शिविर में गर्भ के दौरान खान पान तथा रहन सहन के अलावे न्यूट्रिशन कैसा हो इस पर भी टिप्स दिये जायेंगे। ज़रूरतमंद गर्भवती महिलाओं के लिये विशेष जांच की व्यवस्था है। लड़कियाँ व महिलायें अपना स्वास्थ्य जांच करा पायेगी। इसमें 50 से 100 रोगियों को देखने का प्रावधान रखा गया है और केंद्र पर पहुंचकर नम्बर लगाया जायेगा।

स्वास्थ्य शिविर का स्थान

जानकी कांप्लेक्स, वैदिक उपचार केंद्र / आफिस ऑफ रणजीत कुमार, हिसुआ ब्लॉक गेट 03 के पास, हिसुआ स्टेशन रोड, हिसुआ, नवादा (बिहार)।

विवाहिता का शव बरामद, मायके वाले बोले-दहेज के लिए ससुराल वालों ने मार डाला

नवादा : जिले के एक उग्रवाद प्रभावित सीतामढ़ी थाना क्षेत्र से महिला की लाश बरामद हुई है। उसकी लाश फंदे से लटक रही थी। मायके वाले पति सहित ससुराल के अन्य परिजनों पर दहेज को लेकर हत्या का आरोप लगाया है।

मामला सीतामढ़ी थाना क्षेत्र के सराय गांव का है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने शव को कब्जे में ले पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। ससुराल के लोग घर छोड़ फरार है। फिलहाल पुलिस शव को अपने कब्जे में कर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। मृतका की पहचान सराय गांव निवासी राहुल कुमार की पत्नी निभा कुमारी के रूप में किया गया। मृतका की मां सिहंता देवी ने बताया कि दहेज को लेकर लगातार मेरी बेटी को प्रताड़ित किया जा रहा था। बेटी काफी दिनों से परेशान चल रही थी।

सिहंता देवी ने बताया कि मंगलवार की सुबह पति राहुल कुमार मायके से रुपए मांगने का मेरी बेटी पर दबाव बनाने लगा। रुपए लाने से इनकार करने पर पति सहित ससुराल के अन्य परिजनों ने उसकी हत्या कर दिया और हत्या को आत्महत्या का रूप देने के लिए उसके शव को फांसी के फंदे से लटका दिया।

सीतामढ़ी थानाध्यक्ष ने बताया कि फांसी के फंदे से लटके शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही हत्या और आत्महत्या की गुत्थी सुलझ पाएगी। फिलहाल पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है।