चाचा ने भतीजे को बताया जिम्मेवार, कहा – बहुत दिनों से चल रही साजिश
पटना : लोक जनशक्ति पार्टी में रामविलास पासवान के गुजरने के बाद जो टूट हुई है वह अब दिलचस्प दौर में आ गया है। जहां चाचा अपने विरोध की मुख्य वजह भतीजा को बता रहें हैं, तो वहीं भतीजा भी उनके ऊपर पारिवारिक और राजनीतिक हमला बोल रहे हैं।
दरअसल, दो दिन पहले चिराग पासवान के चाचा पशुपति पारस के ऊपर मोकामा के घोसवारी में हमला हुआ था। चौहरमल जयंती के मौके पर मोकामा के घोसवारी में एक कार्यम का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में चिराग पासवान भी पहुंचे थे। जहां चिराग का भव्य तरीके से स्वागत किया गया और उनके तुरंत बाद पहुंचे केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस के ऊपर हमला हुआ। पशुपति पारस के काफिले पर रोड़ेबाजी की गई और उन्हें काला झंडा दिखाया गया था। इसके बाद अब इस मामले में चाचा पशुपति कुमार पारस ने भतीजे चिराग पासवान के ऊपर आरोप लगाया है।
पशुपति कुमार पारस का कहना है कि उनके खिलाफ लगातार साजिश रची जा रही है। जब वो चिराग के साथ पार्टी में थे तब भी उन्हें लगातार धमकी दिया जाता था कि पार्टी से 6 साल के लिए निलंबित कर देंगे।
पारस का कहना है कि मेरे द्वारा नीतीश कुमार के पक्ष में बयान देने पर चिराग पासवान नाराज हुआ करते थे। पारस ने दावा किया है कि चिराग हमेशा यह कहते थे कि नीतीश कुमार को वह जेल भिजवाना चाहते हैं। पशुपति पारस ने अपने ऊपर हमले के लिए भतीजे चिराग पासवान को जिम्मेदार ठहराया है। पारस ने कहा है कि उनके खिलाफ बड़ी साजिश से चल रही है।
सुरक्षा बढ़ाने की मांग
पारस ने कहा कि उनकी सुरक्षा बढ़ाई जानी चाहिए। साथ ही उन्होंने विधानसभा चुनाव को लेकर कहा कि एनडीए में रहते हुए विधानसभा चुनाव लड़ने पर सहमति बनी थी लेकिन चिराग पासवान ने अपनी मर्जी चलाई, नतीजा यह हुआ कि पार्टी की स्थिति बेहद खराब हो गई।
इसके आगे उन्होंने कहा कि अगर हम गठबंधन के साथ चुनाव लड़े होते तो एक तरफ जहां केंद्र में हमारे मंत्री होते वहीं बिहार में भी हम कैबिनेट में शामिल होते। पारस ने कहा कि यदि केंद्रीय मंत्री के ऊपर हमला होता है तो वह स्थानीय प्रशासन की भी चूक है। उन्होंने रामविलास पासवान की जयंती के दिन सरकारी अवकाश घोषित किए जाने की मांग की है।