छपरा : स्थानीय प्राधिकार कोटे से बिहार विधान परिषद का निर्दलीय चुनाव लड़ रहे सच्चिदानंद राय ने कहा कि यह चुनाव सारण के जननायकों के सम्मान की लड़ाई है, निर्वाचित प्रतिनिधियों के प्रतिनिधि के रूप में इनके स्वभिमान की रक्षा करूँगा, जनप्रतिनिधियों ने अब यह लड़ाई खुद लड़ रहे हैं और उन्होंने यह नारा दिया है अबकी बार-चार हजार पार।
उन्होंने कहा कि यह चुनाव सरकार बनाने बिगाड़ने का चुनाव नही है। खुद के हित के लिए अपना प्रतिनिधि चुनकर विधान परिषद में भेजना है। जनता के द्वारा चुने गए जननायक स्थानीय निकाय चुनाव के मतदाता हैं, जिन्हें अपने प्रतिनिधि का चुनाव करना है। जनप्रतिनिधियो की यह लड़ाई पार्टी और जाति के ऊपर आ गया है।
सोनपुर प्रखंड के जनप्रतिनिधियों की एक महत्ती बैठक को संबोधित करते हुए पूर्व पार्षद राय ने कहा कि उनके छह साल के कार्यकाल में जनप्रतिनिधियों खासकर वार्ड पार्षदों को जिन्हें हाशिये पर रख दिया जाता रहा है, उन्हें सम्मान देने का काम हुआ है।
राय ने कहा कि बीते कार्यकाल में जनप्रतिनिधियों के हित की लड़ाई हमने लड़ी है, जिसका परिणाम आने वाले दिनों में दिखेगा।इसके लिए जनप्रतिनिधयों का भरपूर प्यार मुझे मिल रहा है और सारण के जनप्रतिनिधि स्वच्छ, विश्वासी और अनुभवी प्रत्याशी के रूप में पसन्द कर रहे हैं, जो इस बार इतिहास लिखेंगे। सारण से यह संदेश पूरे बिहार में जायेगा।