सारण : भाजपा नेता सच्चिदानंद राय ने स्थानीय प्राधिकार कोटे से बिहार विधान परिषद चुनाव लड़ने की घोषणा आज प्रेसवार्ता कर की। स्थानीय कार्यकर्ताओं और अपने बेटे सात्यिक की मौजूदगी में राय ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का एलान किया है।
वहीं, टिकट कटने को लेकर सच्चिदानंद राय ने बीते दिन कहा था कि पार्टी ने जो निर्णय लिया है हम उसके साथ हैं। लेकिन, धीरे-धीरे कार्यकर्ताओं और स्थानीय जनप्रतिनिधियों के दबाव के बाद सच्चिदानंद राय ने अब निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा की है। सच्चिदानंद राय ने वह आगामी 14 मार्च को निर्दलीय अपना नामांकन दर्ज करेंगे। राय ने कहा कि वैसे भी यह चुनाव पार्टी से ज्यादा व्यक्तिगत आधार पर लड़ा जाता है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मैं परिक्रमा करने वालों में से नहीं हूं। मैं सिर्फ महादेव की परिक्रमा करता हूं। मैं पराक्रम वाला नेता हूं।
वहीं, अपने टिकट कटने को लेकर जब सच्चिदानंद राय से सवाल किया गया कि क्या उन्होंने यह जानने का प्रयास किया है कि भाजपा के तरफ से उनकी टिकट क्यों काटी गई है, तो इसके जवाब में राय ने कहा कि यही तो जानने की बात है। लेकिन, मैं इसके लिए अपनी तरफ से कोई प्रयास नहीं करने वाला हूं। क्योंकि, मुझे अपने द्वारा किए गए कामों पर भरोसा है और किसी भरोसा की वजह से से ही यहां के स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने मुझे अपने तरफ से दबाव देकर निर्दलीय चुनाव लड़ने को कहा है।
इसके साथ ही सच्चिदानंद राय ने कहा कि वैसे भी जब प्रत्याशियों की घोषणा कर दी गई है, उनको सिंबल मिल गया है तो फिर इसके लिए प्रयास करके क्या फायदा होने वाला है? जब चिड़िया चुग गई खेत तो पछताए होत क्या? लेकिन मेरे चुनाव लड़ने के बाद पार्टी आलाकमान को यह मालूम पड़ जाएगा कि उनका सारण सीट को लेकर लिया गया निर्णय सही था या गलत था। उन्होंने कहा कि भाजपा आलाकमान के तरफ से ऐसा संदेश पहुंचाया जा रहा था कि आप परिक्रमा करें तब आपको टिकट मिलेगा वरना आपका टिकट काट दिया जाएगा। जिसके बाद उन्होंने कहा कि मैं परिक्रमा करने वाला नहीं है, आप चाहे तो टिकट काट सकते हैं।
बता दें कि, सारण से सच्चिदानंद राय के बदले धर्मेंद्र कुमार सिंह को उम्मीदवार बनाया गया है। वहीं, गोपालगंज से आदित्य नारायण पांडे के बदले राजीव कुमार को उम्मीदवार बनाया गया है। दोनों सिटिंग एमएलसी के टिकट कटने को लेकर भारतीय जनता पार्टी के कोई भी नेता कुछ भी कहने से बच रहे हैं। अगर कोई कुछ बता भी रहे हैं, तो उन्हें यह नहीं पता कि आखिर इन दोनों नेताओं का टिकट क्यों कटा है? जबकि प्रदेश नेतृत्व की ओर से इन दोनों को तैयारी करने के लिए काफी पहले कहा गया था।
ज्ञातव्य हो कि, जनवरी महीने में सच्चिदानंद राय के चुनाव प्रचार में भाजपा कई नेता और बिहार सरकार के कई मंत्री शामिल हुए थे। जिनमें से शाहनवाज हुसैन, सम्राट चौधरी, नीरज कुमार बबलू, जनक चमार, नवादा से लोकसभा सदस्य चंदन सिंह, पूर्व लोकसभा सदस्य सूरजभान सिंह एवं उस क्षेत्र के कई स्थानीय विधायक उनके चुनाव प्रचार में पहुंचे थे। जहां इन नेताओं ने स्थानीय पंचायत जनप्रतिनिधियों से सच्चिदानंद राय को एक बार फिर एमएलसी बनाने की अपील की थी।