पटना : किसानों को आर्गेनिक खेती के प्रति जागरूक करने और आर्गेनिक खेती के प्रचार-प्रसार को ज्यादा बढ़ावा देने के उद्देश्य से मिलर हाईस्कूल में आर्गेनिक प्रदर्शनी लगाई गई। अभी हमारे राज्य में बहुत सारे किसान आर्गेनिक खेती के बारे में जानते हुए भी इसका समुचित उपयोग नहीं कर पा रहे। खेतों में अत्यधिक रासायनिक बीजों के इस्तेमाल से धीरे-धीरे भूमि बंजर होती जा रही है। अतएव समय रहते लोगों को सचेत हो जाना चाहिए। आर्गेनिक मेला के प्रोजेक्ट डायरेक्टर इंदरजीत ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए ये जानकारी दी।
इंद्रजीत जी ने बताया कि बिहार की भूमि शुरू से ही बहुत उपजाऊ रही है। गंगा के किनारे होने के चलते यहां की मिट्टी बहुत ही अच्छी मानी जाती थी। लेकिन अब ऐसा नहीं रह गया है। यहां के खेतों मे रासायनिक खाद के इस्तेमाल के चलते किसान एकाएक ऑर्गेनिक खादों का प्रयोग नहीं कर सकते हैं। उन्हीं सारी बातों की चर्चा आज हम किसानों से करेंगे। इस प्रदर्शनी में देश के कई किसानों द्वारा कृषि के क्षेत्र में किये गए कामों की भी जानकारी दी जाएगी। किसानों के लिए विशेष छूट और रियायत पर इस मेले में ट्रैक्टरों की बिक्री की जाएगी। उन्होंने बताया कि पूरे देश में सबसे ज्यादा मक्के की पैदावार बिहार में हुई है।
[उन्होंने ये भी बताया कि भूमि बंजर होने की वजह से बहुत सारे किसान हमसे संपर्क कर रहे थे। हमने छोटे-छोटे कई कार्यक्रम आयोजित किये और किसानों के सकारात्मक रुझानों को देखकर ही हमने पटना में आर्गेनिक मेला का आयोजन करने का फैसला किया। सरकार भी अब आर्गेनिक खेती को बढ़ावा देने के लिए नई-नई योजना बना रही है। और इन सबसे जुड़ी सारी जानकारी आज हम इसमें देंगे।
(मानस दुबे)