मिथिला भ्रमण पर आए आयोध्या से संत, तीर्थ स्थलो को पर्यटन स्थल की मान्यता देने की मांग की
मधुबनी : प्रसिद्ध तीर्थ नगरी आयोध्या से मिथिला भ्रमण हेतु संतो का जत्था मधुबनी पहुँचा। संतो को शिवभक्त प्रफुल्ल चंद्र झा ने मिथिला की परंपरा के अनुसार स्वागत किया। श्री झा ने बताया की मिथिला भ्रमण पर आए संत के साथ दरभंगा जिला के बेनीपुर प्रखण्ड के महिनाम पोहद्दी अवस्थित भूतनाथ बाबा का दर्शन करते घनश्यामपुर प्रखंड के कसरौर गांव मां ज्वालामुखी के दरबार दर्शन में पहुंचे।
मां दरबार दर्शन कर मन आज अति आह्लादित हुआ, साथ ही जब कुछ देर इंतजार करने के वाद साक्षात मां का आर्शीवाद प्राप्त श्री श्री 108 शंभु बाबा का दर्शन जब हुआ तो अत्यधिक हृदय में प्रसन्नता हुई। शंभु बाबा की जीवन-लीला सुनकर अति प्रसन्नता मिली की आज भी पृथ्वी लोक में ऐसे-ऐसे मां भगवती कृपा प्राप्त जीवन जीने वाले साधक हैं, जो 18 सालो से बिना अन्न जल ग्रहण किए इस पृथ्वी लोक में मां भगवती की साधना और कृपा को साक्षात सत्यापित करती है।
उन्होने बताया मेरे साथ अयोध्या जी से मिथिला भ्रमण पर पधारे संत स्वामी मयंक दास जी, गणेश दास जी, अरूण कुमार झा, सुनील कुमार झा, किशन महात्मा भ्रमण में साथ थे। यह धार्मिक यात्राएं बिगत तीन दिनों से उग्रनाथ भवानीपुर, पारस मणिनाथ रहुआ संग्राम, चामुण्डा स्थान पचही, बाबा बीदेश्वर स्थान सहित बाबा भूतनाथ होते ज्वालामुखी मां के दर्शन में कसरौर पहुंची।
श्री प्रफुल बाबा ने सरकार से मांग की है की अविलंब मिथिला के सभी तीर्थों को पर्यटन स्थल के रूप मे मान्यता देकर विकास का मार्ग प्रशस्त कर मिथिला की महत्ता को देश दुनियां मे स्थापित करने का मार्ग प्रशस्त करे। श्री झा ने कहा की मां जानकी की धरती की खोई प्रतिष्ठा को हम मिथिला समाज को भी जागरूक होकर अपने कर्तव्य के निर्वहन के लिए आचरण सुधारते हुए एकजुट होना चाहिये।
सुमित कुमार की रिपोर्ट