राष्ट्र के प्रति कृतज्ञता ही अमृत है, जबकि कलुषित भाव रखना जहर : स्वामी केशवानंद
पटना : भारतवर्ष के लोग अभी आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं। इसका व्यापक अर्थ है कि राष्ट्र के प्रति कृतज्ञता ही अमृत है, जबकि देश के प्रति कलुषित भाव रखना जहर है। उक्त बातें बिहार सांस्कृतिक विद्यापीठ के…