कार्यशाला: संस्कृति की समझ के बिना बौद्धिक चेतना का विकास नहीं
सरस्वती शिशु व विद्या मंदिरों की प्रांतीय विषय प्रमुखों का दो दिवसीय कार्यशाला शुभारंभ खगड़िया : लोक शिक्षा समिति बिहार के तत्वावधान में शहर के सरस्वती विद्या मंदिर के परिसर में उत्तर बिहार प्रांत स्तरीय दो दिवसीय प्रांतीय विषय प्रमुख…
शिक्षा के उत्थान के लिए बौने नहीं, अच्छे लोग चाहिए : रामदत्त चक्रधर
दरभंगा : भारतवर्ष में सर्वाधिक युवा उर्जा मौजूद है। जिसमे जोश भी हैं लेकिन उनके अंदर विवेक, होश एवं संस्कार लाने का दायित्व सिर्फ और सिर्फ शिक्षकों पर ही है। जिनको अपने ध्येय की ओर जागना होगा, क्योंकि आज की…
ऊर्जान्वित होंगे संस्थान
छोटे व कम ख्यातिप्राप्त शैक्षणिक संस्थानों को ऊर्जान्वित करने के लिए राज्यपाल लालजी टंडन का प्रयास जारी है। गोपालगंज जिले के हथुआ स्थित गोपेश्वर महाविद्यालय में आयोजित एक समारोह में वे शामिल हुए। वहां के महाराजा के नाम पर इस…
एक वर्ष का ‘पाटलिपुत्र’
बिहार के सबसे पुराने पटना विश्वविद्यालय से कुछ किलोमीटर की दूरी पर ही पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय आकार ले रहा है। मात्र एक वर्ष पुराने इस विश्वविद्यालय को जो नाम मिला है उससे न केवल बिहार बल्कि संपूर्ण भारत के गौरवशाली इतिहास…
…बैरिस्टर को बना दिया विवेकानंद
गत 5 मार्च को पूरे देश में 13 प्वाइंट रोस्टर के खिलाफ भारत बंद का आह्वान किया गया था। शिक्षा विशेषकर विश्वविद्यालयी शिक्षा व्यवस्था में कई आरक्षित वर्ग पिछड़ न जाए, इसके लिए यह बंद बुलाया गया था। 7 मार्च…
‘विभूति’ का काॅलेज
बिहार विभूति डा. अनुग्रह नारायण सिंह आधुनिक बिहार के निर्माताओं में से एक थे। सौम्य, परोपकारी और विनम्र अनुग्रह बाबू एक बड़े राजनेता के साथ ही आकादमिक नेता भी थे। उन्होंने उच्च शिक्षा के माध्यम से बिहार को विकास के…
नवाचारी शिक्षा
आधुनिक युग में शिक्षा को अधिक प्रभावोत्पादक एवं गुणवत्तापूर्ण स्वरूप प्रदान करने हेतु नित अभिनव प्रयोग हो रहे हैं। हमारी परंपरागत शिक्षा प्रणाली से अलग नई विधियों, नई कार्यपद्धतियों एवं नई तकनीक द्वारा अधिकाधिक फलदायी एवं परिवर्तित रूप में प्रस्तुत…
पहल तो कीजिए…अमेरिका, जर्मनी से भी आगे निकल जाएगा भारत
दो साल पहले बिहार की इंटर परीक्षा में सिर्फ 35 प्रतिशत परीक्षार्थी ही उतीर्ण हुए थे। इस पर हाय-तौबा मचा। प्रथम दृष्टया लगा था कि छात्रों ने ठीक से पढ़ाई नहीं की होगी! लेकिन, यह तर्क संपूर्ण रूप से उपयुक्त…
मौलिकता ढूंढ़ती शिक्षा
हजारों वर्षों से विदेशी आक्रमण के कारण अपनी ज्ञान परंपरा को भूल चुके भारत को फिर से उठने का सामथ्र्य इसकी अपनी मौलिक शिक्षा ही दे सकता है। राजनीतिक रूप से स्वतंत्र होने केे बावजूद भारत में यहां की प्रकृति,…
उन्नति की साधिका शिक्षा
यह सर्वमान्य सिद्धांत है कि इस संसार में मनुष्य ऐसा प्राणी है, जिसकी सर्वाधिक उन्नति कृत्रिम है, स्वाभाविक नहीं। शैशवकाल में बोलने, चलने आदि की क्रियाओं से लेकर बड़े होने तक सभी प्रकार का ज्ञान प्राप्त करने हेतु उसे पराश्रित…