लेख्य-मंजूषा : पहले निशब्द होती हूँ, फिर शब्द बुनती हूँ
पटना : पहले निशब्द होती हूँ, फिर शब्द बुनती हूँ। तब शब्दों को पिरोना होता है उक्त बातें डॉ.अनीता राकेश ने रविवार को लेख्य-मंजूषा के त्रैमासिक कार्यक्रम में कहीं। मंच से 8 वर्षीय आरव श्रीवास्तव की रचना पर प्रकाश डालते…