संघ प्रमुख के संबोधन में समर्थ भारत के निर्माण की दृष्टि, 10 बिंदुओं में समझें
अक्षय त्रितीय के दिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डा. मोहन भागवत का सम्बोधन कई अर्थों में ऐतिहासिक रहा। वे अपने संबोधन के शब्द—शब्द से विश्व सबसे बड़े स्वयंसेवी संगठन के सर्वोच्च पद की जिम्मेदारी का बोध करा रहे थे।…