ऐसे साहित्य रचें जिससे समाज का प्रबोधन हो: राज्यपाल
पटना: चंद्रगुप्त साहित्य महोत्सव का उद्घाटन करते हुए बिहार के महामहिम राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने शनिवार को कहा कि साहित्य समाज का दर्पण है और यह हमें अन्य चीजों को देखने और समझने की दृष्टि देता है। बिहार की…
लिटफेस्ट: निबंध प्रतियोगिता में ईनाम जीतने का अवसर, 20 तक करें आवेदन
पटना : चंद्रगुप्त साहित्य महोत्सव के कार्यालय में महोत्सव के निमित्त होने वाले निबंध प्रतियोगिता की बैठक आयोजित की गई। बैठक में प्रान्त स्तरीय निबंध प्रतियोगिता की तैयारियों पर विचार विमर्श किया गया। बैठक में मुख्य रूप से बिहार के…
लेख्य मंजूषा: ‘पान का दाम’ का प्रदर्शन, पत्रिका साहित्यक स्पंदन व पुस्तक ‘भाग लें…’ का विमोचन
पटना: साहित्यक संस्था लेख्य-मंजूषा के छठे वार्षिकोत्सव और आठरवें हाइकु दिवस के उपलक्ष्य पर आर ब्लॉक, इंजीनियर्स भवन के सभागार में रविवार को समारोह आयोजित किया गया। स्वागत भाषण संस्था की अध्यक्ष विभा रानी श्रीवास्तव ने किया। इस मौके पर…
प्रधानमंत्री नहीं होते, तो गुणी साहित्यकार होते नेहरू
पटना दूरदर्शन के कार्यक्रम प्रमुख सुवीर वर्मा को लेख्य-मंजूषा की तरफ से “साहित्य में मीडिया का योगदान” के लिए सम्मानित किया गया पटना : “बच्चों के लिए साहित्य लिखना बहुत मुश्किल होता है। बाल साहित्य के लिए हम साहित्यकारों को…
लेख्य-मंजूषा : तकनीक के सहारे साहित्यिक विमर्श की सराहना, पितृ दिवस पर रचना पाठ
पटना : साहित्यक संस्था लेख्य–मंजूषा के त्रैमासिक कार्यक्रम का आयोजन रविवार को उसके फेसबुक पेज “लेख्य – मंजूषा” पर हुआ। “पितृ दिवस” को समर्पित त्रैमासिक कार्यक्रम में वरिष्ठ साहित्यकार भगवती प्रसाद द्विवेदी, शम्भु सिंह, पटना दूरदर्शन की पूर्व निदेशक रत्ना…
कोरोनाकाल में साहित्य दिलाएगा मानसिक संतुष्टि
कोरोनाकाल में तमाम साहित्यक संस्था अपनी गतिविधियों को ऑनलाइन प्लेटफार्म पर ला चुकी है। इसी क्रम में पटना की साहित्यक संस्था ‘लेख्य-मंजूषा’ जुलाई महीने की गोष्ठी रविवार को ज़ूम एप्प के जरिए सम्पन्न की। लेख्य-मंजूषा की मासिक पद्य गोष्ठी में…
कुमकुम मेमोरियल फाउंडेशन का गठन, हर साल दिए जाएंगे सम्मान
पटना : साहित्य एवं संस्कृति के प्रति अगाध आस्था रखनेवाली स्वर्गीया डॉ कुमकुम कुमारी की स्मृति को सँजोने के लिए कुमकुम मेमोरियल फाउंडेशन का गठन किया गया है। इस विषय को लेकर शनिवार को ऑनलाइन बैठक संपन्न हुई। फाउंडेशन के…
‘ईश्वर से भेंटवार्ता’ वाले डॉ. खगेंद्र ठाकुर ने ली अंतिम सांस
पटना : जाने-माने समालोचक, मार्क्सवादी चिंतक डॉ. खगेंद्र ठाकुर का सोमवार को निधन हो गया। वे 83 वर्ष के थे। उन्हें लंबे समय से सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। पटना एम्स में सोमवार को 11:30 बजे उन्होंने अंतिम…
पुण्यस्मृति : साहित्य के भीष्म थे साहनी
भीष्म साहनी एक नाम था, जिसे आम लोगो की आवाज़ उठाने के लिए जाना जाता है। भीष्म साहनी को हिंदी के महान लेखक मुंशी प्रेमचंद की परम्परा को आगे बढ़ाने वाले साहित्यकार के तौर पर जाना जाता है। साहनी भी…
लेख्य-मंजूषा : पहले निशब्द होती हूँ, फिर शब्द बुनती हूँ
पटना : पहले निशब्द होती हूँ, फिर शब्द बुनती हूँ। तब शब्दों को पिरोना होता है उक्त बातें डॉ.अनीता राकेश ने रविवार को लेख्य-मंजूषा के त्रैमासिक कार्यक्रम में कहीं। मंच से 8 वर्षीय आरव श्रीवास्तव की रचना पर प्रकाश डालते…