पांच एकड़ जमीन
अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में मुस्लिम पक्ष को अलग से मस्जिद के लिए जो पांच एकड़ जमीन देने के निर्देश दिए हैं उसको लेकर ये सवाल उठ रहा है कि जमीन कहां दी जाएगी। कई नामों…
…बैरिस्टर को बना दिया विवेकानंद
गत 5 मार्च को पूरे देश में 13 प्वाइंट रोस्टर के खिलाफ भारत बंद का आह्वान किया गया था। शिक्षा विशेषकर विश्वविद्यालयी शिक्षा व्यवस्था में कई आरक्षित वर्ग पिछड़ न जाए, इसके लिए यह बंद बुलाया गया था। 7 मार्च…
‘महा’ मुहिम
बिहार के विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति राज्यपाल होते हैं। लेकिन, जनअवधारणा यह रही है कि राज्यपाल शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए अपनी ओर से कोई पहल नहीं करते। राजभवन एक अलंकरण केंद्र है, जिसकी विश्वविद्यालयी शिक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका विरले…
जीवंत विद्या केंद्र
बिहार में उच्च शिक्षण संस्थानों में सेमिनार-सिम्पोजियम की परंपरा रुकती दिख रही है। विविध कारणों से कालेज विरान होने लगे हैं। छात्र-छात्राओं व शिक्षकों की उपस्थिति अत्यंत कम हो रही है। कालेजों की घातक जड़ता चिंता का विषय बना हुआ…
‘विभूति’ का काॅलेज
बिहार विभूति डा. अनुग्रह नारायण सिंह आधुनिक बिहार के निर्माताओं में से एक थे। सौम्य, परोपकारी और विनम्र अनुग्रह बाबू एक बड़े राजनेता के साथ ही आकादमिक नेता भी थे। उन्होंने उच्च शिक्षा के माध्यम से बिहार को विकास के…
दक्ष शिक्षा
शिक्षा शब्द की उत्पति संस्कृत भाषा के शिक्ष् धातु से हुई हैं, जिसका अर्थ होता है सीखना या सिखाना। शिक्षा की आत्मा को विद्या कहा गया है। विद्या का अर्थ है वह शक्ति जिससे मनुष्य बंधनों से मुक्त होकर आनंदपूर्ण…
नवाचारी शिक्षा
आधुनिक युग में शिक्षा को अधिक प्रभावोत्पादक एवं गुणवत्तापूर्ण स्वरूप प्रदान करने हेतु नित अभिनव प्रयोग हो रहे हैं। हमारी परंपरागत शिक्षा प्रणाली से अलग नई विधियों, नई कार्यपद्धतियों एवं नई तकनीक द्वारा अधिकाधिक फलदायी एवं परिवर्तित रूप में प्रस्तुत…
पहल तो कीजिए…अमेरिका, जर्मनी से भी आगे निकल जाएगा भारत
दो साल पहले बिहार की इंटर परीक्षा में सिर्फ 35 प्रतिशत परीक्षार्थी ही उतीर्ण हुए थे। इस पर हाय-तौबा मचा। प्रथम दृष्टया लगा था कि छात्रों ने ठीक से पढ़ाई नहीं की होगी! लेकिन, यह तर्क संपूर्ण रूप से उपयुक्त…
मौलिकता ढूंढ़ती शिक्षा
हजारों वर्षों से विदेशी आक्रमण के कारण अपनी ज्ञान परंपरा को भूल चुके भारत को फिर से उठने का सामथ्र्य इसकी अपनी मौलिक शिक्षा ही दे सकता है। राजनीतिक रूप से स्वतंत्र होने केे बावजूद भारत में यहां की प्रकृति,…
एक ही स्कूल में बार-बार एडमिशन
स्कूल और अस्पताल दो ऐसी सेवाएं हैं, जो चाहे या अनचाहे सभी के लिए जरूरी हैं। क्या अमीर, क्या गरीब, सभी बेहतर सुविधा पाने की कोशिश करते हैं, फिर इसके लिए रकम कितनी भी अदा करनी पड़े। जबसे आर्थिक उदारीकरण…