रथयात्रा से रामलला तक के किरदारों की नियति
किसी भी घटना में कई किरदार होते हैं, जिनकी नियति कालचक्र तय करता है। राम जन्मभूमि मामले में भी यही हुआ है। दरअसल कहानी शुरू होती है 7 अगस्त, 1990 से तत्कालीन प्रधानमंत्री वी.पी. सिंह ने मंडल कमीशन लागू करने…