‘बाल फिल्में देखना बड़ों की सामाजिक जिम्मेदारी’
बाल दिवस विशेष प्रशांत रंजन परामर्शदातृ समिति सदस्य केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड भारतीय सिनेमा हर आयु वर्ग के लोगों के दिलों को स्पर्श करता है। धार्मिक विषयों से आरंभ हुई भारतीय सिनेमा की यात्रा अब तक कई पड़ावों से गुजर…
जयंती विशेष: …जब सत्यजीत रे ने कह दिया— ”भारतीय दर्शक पिछड़े व अनाड़ी हैं!”
बिगाड़ के डर के कोई भी फिल्मकार दर्शकों को भला-बुरा कहने से बचता है। लेकिन, सत्यजीत रे ने दो टूक शब्दों में भारतीय दर्शकों को पिछड़ा हुआ, भदेस व परिष्कृत कह दिया था। ऐसा क्यों? सत्यजीत रे विश्व के महानतम…