संघ प्रमुख समेत लाखों परिवारों ने लिया प्रकृति संरक्षण का संकल्प
प्रकृति सिर्फ मनुष्य के उपभोग के लिए नहीं है पटना: हिन्दू स्प्रिचुअल सर्विस फाउंडेशन द्वारा रविवार को आयोजित ‘प्रकृति वंदन’ आॅनलाइन कार्यक्रम कई अर्थों में वैश्विक और सर्वसमावेशी रहा। संभवत: यह यूएन के सतत विकास मॉडल के मूल अवधारणा का व्यवहारिक…
संघ प्रमुख के संबोधन में समर्थ भारत के निर्माण की दृष्टि, 10 बिंदुओं में समझें
अक्षय त्रितीय के दिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डा. मोहन भागवत का सम्बोधन कई अर्थों में ऐतिहासिक रहा। वे अपने संबोधन के शब्द—शब्द से विश्व सबसे बड़े स्वयंसेवी संगठन के सर्वोच्च पद की जिम्मेदारी का बोध करा रहे थे।…