‘हम क्यों कुछ नहीं कर सकते हैं/यह भी हम समझते हैं…’
पटना कॉलेज के जनसंचार विभाग में हिंदी सप्ताह समारोह आयोजित पुस्तक केंद्रों व पुस्तकालयों का बंद होना दु:ख की बात: प्राचार्य पटना : देश कागज पर बना नक्शा नहीं होता/कि एक हिस्से के फट जाने पर/बाकी हिस्से उसी तरह साबुत…