संस्कृत साहित्य में वैश्विक शांति व पारलौकिक सुख की कामना विद्यमान
दरभंगा : विशाल साहित्य भंडार, वैज्ञानिक व्याकरण तथा विश्व कल्याण की भावना आदि के कारण संस्कृत का मानवीय विकास में महती भूमिका रही है। यह न केवल भारतीय भाषाओं की जननी है, अपितु यूरेशिया के हजारों भाषाओं एवं बोलियों की…