Swatva Samachar

Information, Intellect & Integrity

अजीत ओझा

प्रकृति और मानव दो नहीं, एक ही पारिस्थितिकी के अंग

अजीत ओझा उद्यमी एवं समाजसेवी फरवरी के बाद जब सर्दियां समाप्त होती हैं और गर्मी की आहट होने लगती है, तो मीडिया में वैश्विक तपन (ग्लोबल वार्मिंग) और जलसंकट से संबंधित खबरें आने लगती हैं। इस महीने वैश्विक तपन पर…