यह है नई शिवसेना , जो नहीं चलता बाला साहेब ठाकरे सिद्धांतों पर – विवेक ठाकुर
पटना : अयोध्या,जिसका शाब्दिक अर्थ है जिसे युद्ध में जीता ना जा सके। यह नाम पाषाण काल से ही अपने भविष्य की ओर संकेत कर रहा है,फिर भी इसे अनदेखा कर इसके भाग्य से छेड़छाड़ की गई। इतिहास को कुछ धूमिल पन्नों से मूंदने कि कोशिश की गई लेकिन कहते हैं भाग्य की रेखा कोई मिटा नहीं सकता,और ये वक्तव्य अयोध्या की कहानी में हकीकत बन गया।
आज हर मन बार बार अयोध्या का विचरण कर रहा है और विचरण करते हुए तुलसीदास जी की पंक्तियां गुनगुना रहा है “अवध पुरी मम पुरी सुहावन,उत्तर दिस बह सरजू पावन”।
इस बीच भाजपा नेता एवं राज्यसभा सांसद विवेक ठाकुर ने ट्वीट कर शिवसेना पार्टी पर सवाल खड़ा किए हैं। उन्होंने कहा कि शिवसेना ने राम मंदिर निर्माण में शायद 5 करोड़ रुपये का दान किया है। उस संदर्भ में रामजन्मभूमि ट्रस्ट से मेरा आग्रह है कि राम मंदिर के पवित्रता को बरकरार रहने के लिए उस रुपये को वापस कर दें। आज का ये योगदान मैला है। बिहार के श्रमिक पूरी आस्था से उससे दोगुना दान करेंगे।
उन्होंने सवाल उठाया कि अब यह पूजनीय बाला साहेब ठाकरे जी का शिवसेना नहीं है। यह नया शिवसेना है, जो पूजनीय बाला साहेब के सिद्धांतों पर नहीं चलता। सब कुछ बदल गया है, सिवाय नाम के।