पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नयी सरकार के सदन में फ्लोर टेस्ट में अपने ऊपर लग रहे आरोपों का जवाब देते हुए राज्य के मुखिया ने कहा कि मुझे किसे बात का ऐतराज नहीं है। हम भाजपा का हमेशा से ही सम्मान और प्रेम करते थे। वो लोग कहते हैं कि हमने जनादेश का अवहेलना किया, लेकिन उनको यह समझना चाहिए कि हम सममर्थन नहीं देते तब कैसे बनते।
नंद किशोर यादव को अध्यक्ष बनाने कि हुई थी बात
इसके साथ ही जब हमने भाजपा के साथ मिलकर सरकार बना रहे थे तो मुझसे कहा गया था कि नंद किशोर यादव जी को विधानसभा का अध्यक्ष बनाया जाएगा, लेकिन बाद में उन्हें भी नहीं बनाएं। लेकिन भाजपा को 2005 को याद करना चाहिए कि उस दौरान क्या स्थिति हुई। उन्होंने कहा कि मेरे साथ 7 दल हैं। आठवें ने भी समर्थन कर दिया है। सिर्फ आप विपक्ष में हैं। सीएम ने भाजपा पर जमकर हमला बोला। भाजपा नेताओं को कहा कि मेरे खिलाफ जितना बोलोगे, उनता ही केंद्र वाला जगह देगा। इस पर बीजेपी विधायकों ने नारेबाजी करके वॉक आउट कर दिया है। इस पर नीतीश ने कहा कि ये भाग गए।
दिल्ली से भी सिर्फ प्रचार
इसके आगे नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि दिल्ली से भी सिर्फ प्रचार हो रहा है। कोई काम नहीं हो रहा है। हम लोग मिलकर काम करेंगे। उन्होंने भाजपा से पूछा कि आजादी में क्या योगदान है। एक-एक गांव और एक-एक घर में हम अपनी बात रखेंगे। चाहें जितना दुष्प्रचार करें, हम मिलकर काम करेंगे। सच्चाई साथ है। ये समाज में झगड़ा करना चाहते हैं। हर घर नल का जल दिल्ली से शुरू होने की बात कही गई थी लेकिन हमने कहा कि नहीं ये बिहार से शुरू हुआ। ये बिहार जैसा गरीब राज्य शुरू किया। पैसा लेकर इसे दिल्ली का कहने का कहा गया, लेकिन हमने मना किया। नीतीश कुमार ने कहा- केंद्र की बदौलत यहां सड़क नहीं है।
इसके आलावा उन्होंने कहा कि 5 साल बीत गया। विधानसभा चुनाव में हो गया कि हम खत्म हो जाएं। हमको अच्छा लग रहा था। सुशील कुमार मोदी उप मुख्यमंत्री थे। उनको नहीं बनाया। प्रेम कुमार, नंद किशोर यादव को नहीं बनाया। पहले वाले केवल 2 लोगों को बनाया। आज जैसी स्थिति थी। धीरे-धीरे दिल्ली से जो खबर आई। 2017 की बात थी। मीटिंग हो रही थी। पटना यूनिवर्सिटी को हमने सेंट्रल यूनिवर्सिटी बना दीजिए। नहीं मानें। अब तो कर दीजिए।