पटना : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सदानंद सिंह ने बिहार विधानसभा चुनाव में नहीं उतरने का फैसला किया है। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, कहलगांव से 9 बार विधायक रह चुके सदानंद सिंह अपने बेटे शुभानंद मुकेश को राजनीति में उतारना चहते हैं। बताया जा रहा है कि शुभानंद कहलगांव सीट से ही नॉमिनेशन फाइल करेंगे।
इस साल विधानसभा चुनाव में सदानंद सिंह के बेटे शुभानंद मुकेश राजनीति में एंट्री लेंगे। 7 अक्टूबर को शुभानंद मुकेश कहलगांव सीट से ही नॉमिनेशन फाइल करेंगे । शुभानंद देश की सबसे नामी कंपनी में डीजीएम के पद पर काम कर चुके हैं।
मालूम हो कि शुभानंद के नाम कई रिकॉर्ड भी दर्ज हैं। 2019 में हिमालय श्रृंखला की 20 हजार 830 फीट ऊंची माउंट कांग यात्से 2 चोटी पर सफलतापूर्वक चढ़ाई कर तिरंगा फहराने का भी रिकॉर्ड शुभानंद के नाम दर्ज है। अब तक किसी नेता ने यह सफलता नहीं हासिल की है।
जानकारी हो कि कहलगांव को कांग्रेस का गढ़ और परंपरागत सीट भी माना जाता है। इस सीट की खासकर विधानसभा चुनाव में अलग अहमियत है। आपको बता दें कि सदानंद सिंह कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में गिने जाते हैं। सदानंद सिंह की लोकप्रियता इस इलाके में इस कदर है कि वो हमेशा यहां से जीतने में कामयाब हो जाते हैं। सदानंद सिंह बिहार के सिंचाई एवं ऊर्जा मंत्री और बिहार विधानसभा के अध्यक्ष भी रह चुके हैं।