नयी दिल्ली : भारतीय राजनीति के भिष्म पितामह कहे जाने वाले शरद पवार ने राजनीति से रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया है। आज मंगलवार को उन्होंने यह बयान देकर सियासी सनसनी मचा दी कि वे अब एनसीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे देंगे। अपने जीवन पर लिखी किताब के विमोचन कार्यक्रम में उन्होंने साफ कहा कि मैंने आज राष्ट्रवादी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से रिटायर होने का फैसला किया है। 24 साल पहले 1999 में शरद पवार ने ही कांग्रेस छोड़ एनसीपी की स्थापना की थी।
पार्टी में सक्रिय बने रहेंगे
शरद पवार ने संन्यास की घोषणा करते हुए कहा कि मुझे पता है कि कहां रुकना है। उन्होंने साफ कहा है कि अब वे आगे कोई चुनाव नहीं लड़ेंगे। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि वे केवल एनसीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे रहे हैं, लेकिन वे पार्टी में सक्रिय रहेंगे। उन्होंने वहां मौजूद एनसीपी नेताओं और कार्यकर्ताओं से साफ कहा कि मैं केवल पद से इस्तीफा दे रहा हूं। मैं हमेशा आपके साथ हर कार्यक्रम में रहूंगा। पवान ने यह भी कहा कि अब पार्टी की जिम्मेदारी किसे दी जाएगी, इसके लिए एक कमेटी बनेगी जो यह तय करेगी कि कौन नेतृत्व संभालेगा।
अजित पवार ने ये कहा
इधर शरद पवार के एनसीपी अध्यक्ष पद से इस्तीफे के एलान के बाद उनके भतीजे और पार्टी में अहम नेता अजित पवार का बयान भी सामने आया है। अजित पवान ने कहा कि जैसा कि पवार साहब ने कहा है, कमिटी जो भी फैसला लेगी, वह सभी को मान्य होगा। मालूम हो कि हाल के दिनों में अजित पवार के भाजपा के करीब जाने की बातें कही जा रही थीं। उधर पवार की बेटी सुप्रीय सुले ने भी बहुत जल्द पार्टी में सियासी भूचाल की बात कह हड़कंप मचा दिया था।