छपरा : गरीबों के लिए संचालित महत्वपूर्ण योजनाओं में सामाजिक सुरक्षा पेंशन प्रमुख योजना है। इसमें वृद्ध, विकलांग और विधवा को पेंशन दिया जाता है। गरीब इसका लाभ लेते हैं और अपना जीवनयापन करने में सहयोग प्राप्त करते हैं। नियमतः हर महीने राशि का भुगतान लाभुकों को होनी चाहिए। पहले यह हाथोंहाथ दिया जाता था और फिर बैंक के माध्यम से दिया जाने लगा। बैंक में हर महीने भुगतान न कर 4 महीने, 6 महीने के अंतराल पर राशि भेजी जाती है। परन्तु जब से बैंक के माध्यम से राशि का वितरण होना शुरू हुआ तो सैकड़ों लाभार्थियों की राशि बिना किसी कारण बताए रोक लिया गया और बार—बार आधार कार्ड, बैंक खाता जमा कराने के नाम पर भागदौड़ करवाया जाने लगा। लगभग 3 साल से सैकड़ों लाभार्थियों का पेंशन नहीं जा रहा और गरीब असहाय जनता दर—दर की ठोकर खा रही है। कई लाभार्थी पेंशन की आस में भगवान को प्यारे हो गए। मगर सिस्टम को ज़रा भी फिक्र नहीं है। प्रशासन का यही रवैया कदिरन के मामले में दिखा।
करीमचक निवासी कदिरन जिसकी उम्र लगभग 97 साल थी 3 साल से कई बार कागजात के नाम पर आधार कार्ड, बैंक खाता जमा कराती रही। फिर कल थक कर खुद भगवान के पास इंसाफ के लिए चली गयी। समाजिक सुरक्षा पेंशन के लाभार्थियों को हर महीने ये लाभ मिलना चाहिए जिसका पालन नहीं किया जाता। पेंशन से वंचित लोगों के हक के लिए बार—बार निगम और जिला प्रसाशन को आवेदन दिया गया। धरना और अनशन तक किया गया। मगर अधिकारियों की लापरवाही के कारण आज तक सैकड़ों लाभार्थियों को इसका लाभ नहीं मिल रहा और हर महीने कही न कहीं पेंशन की आस में लाभार्थी दुनिया छोड़ रहे हैं। सही वजह नहीं बतायी जाती। सैकड़ों बार शिविर और अभियान चला कर खानापूर्ति किया जाता रहा है। इस तरह के मामलों को लेकर ‘फाइटिंग फॉर द पीपुल’ के संस्थापक महासचिव मोहम्मद सुल्तान हुसैन इदरीश ने कहा कि इस तरह के कार्यों में दोषी पाए जाने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई हो इसके लिए संस्था न्यायालय जाएगी।
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