पटना : दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने कहा कि 19 मार्च 1998 को नीतीश कुमार ने हमें अपने साथ काम करने का मौका दिया था, तब वे केंद्रीय मंत्री थे। उससे पहले मैं बेनी प्रसाद वर्मा के साथ काम कर रहा था। आज का दिन मेरे लिए भावुक दिन है। आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुद मेरे नाम का प्रस्ताव दिया। 23 साल से मैं नीतीश कुमार के साथ काम कर रहा हूँ, जो भरोसा जताया है उसपर मैं खड़ा उतरूंगा।
छुरा घोपनें का मौका दुबारा नहीं
अरुणाचल पर बोलते हुए आरसीपी सिंह ने कहा कि इस तरह का अवसर आगे नहीं आए, ये तय करने की कोशिश करेंगे। हम अपने दल को राष्ट्रीय पार्टी बनाने की दिशा में काम करेंगे। हम किसी के खिलाफ साजिश नहीं करते हैं। जब भी काम करने का मौका मिला, काम किया।
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि हमारे नेता अब और खुल कर काम करेंगे। कोई ऐसा फिल्डर नहीं है, जो हमें कैच कर लेगा। अब पूरे देश में पार्टी का विस्तार किया जाएगा। किसी को छुरा घोपनें का मौका अब नहीं देंगे। हम प्रचार में कमजोर हैं। हमारे नेता पर अगर कोई एक उंगली उठाएगा, तो हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। अगर कोई हमारे नेता की ओर ढेला फेंकेगा, तो हम उसे नेता तक जाने नहीं देंगे।
सरकार में शामिल करने के बजाय तोड़ी पार्टी
वहीं, पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि जदयू भाजपा की अटल बिहरी के जमाने से साथ रही है, अरुणाचल प्रदेश में भाजपा को चाहिए था कि वे जदयू को मंत्रिमंडल में शामिल करे, लेकिन उन्होंने तो पार्टी को ही तोड़ दिया है। जो कि दुखद है।
लव-जिहाद का समर्थन नहीं
वहीं, लव जिहाद के मुद्दे पर भाजपा को आईना दिखाते हुए जदयू नेता केसी त्यागी ने कहा कि इस तरह के मुद्दे से देश का सांप्रदायिक माहौल बिगड़ेगा , इसलिए जदयू ऐसे मुद्दों का समर्थन नहीं करती है।
लोजपा एनडीए का हिस्सा नहीं
चिराग को लेकर जदयू ने कहा कि चिराग पासवान की पार्टी लोजपा अब एनडीए का हिस्सा नहीं है। लोजपा न ही बिहार में एनडीए की सहयोगी है न दिल्ली में। क्योंकि, लोजपा ने एनडीए को हारने के लिए अलग होकर चुनाव लड़ी थी। इसलिए अब उनके लिए एनडीए में कोई जगह नहीं बचती है।