समस्तीपुर : भारत का सबसे बड़ा राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस या स्वतंत्रता दिवस। इन दोनों पर्वों का पूरे देशवासियों को बेसब्री से इंतजार रहता है। लेकिन इस बार इस कोरोना काल में स्वतंत्रता दिवस को लेकर देश वासियों में खुशी तो दिखी परंतु इतना उत्साह नजर नहीं आया। वहीं समस्तीपुर के मुफस्सिल थाने में स्वतंत्रता दिवस ध्वजारोहण के दौरान एक अजीब वाकया सामने आया है।
समस्तीपुर के मुफस्सिल थाने में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर ध्वजारोहण के दौरान तस्वीर पुलिस कर्मियों को तस्वीर खिंचवाने कितनी जल्दी थी कि वह तिरंगे के साथ ही साथ भारत माता का सम्मान तक भूल गए। झंडोत्तोलन के लिए ध्वजारोहण स्थल पर बने तिरंगे और भारत माता के प्रतीक चिन्ह को अपने कदमों तले रौंद डाला।
मुफस्सिल थाना अध्यक्ष सह इंस्पेक्टर विक्रम आचार्य, जमादार कुंदन कुमार, जमादार एस मांझी, पुलिस मेंस एसोसिएशन के निवर्तमान अध्यक्ष मुकेश कुमार समेत सामाजिक कार्य करने वाले एक एनजीओ के कर्मी ने फोटो खिंचवाने के खुशी में देशभक्ति को कदमों तले रौंद डाला।
मालूम हो कि राष्ट्रध्वज का अपमान करने पर भारतीय ध्वज आचार संहिता 2002 और राष्ट्रीय गौरव अपमान निवारण अधिनियम 1971 कि धारा 2 के तहत 3 वर्षों तक सजा या जुर्माना का प्रावधान है। हालांकि डीएम शशांक शुभंकर ने कहा है कि मामला पुलिसकर्मियों से जुड़ा है। एसपी खुद इस मामले की जांच कर रहे हैं नियमानुसार कार्रवाई होगी।