लिट्टी चोखा महोत्सव के साथ संपन्न हुआ पंचकोशी परिक्रमा
बक्सर : बक्सर की पहचान बन चुकी पांच दिवसीय पंचकोशी यात्रा का समापन आज लिट्टी चोखा महोत्सव के साथ संपन्न होने जा रहा है l
जानकारी हो कि कोरोना महामारी के बढ़ते संक्रमण दर को देखते हुए केंद्र सरकार और बक्सर जिला प्रशासन द्वारा कुछ विशेष सावधानियां बरतने की सलाह दी गई थी। इन सावधानियों का ध्यान रखते हुए इस वर्ष परिक्रमा यात्रा में पिछले साल की तुलना में थोड़ी कम भीड़ नजर आई।
वहीं इन सब के बीच आज इस मेला के अंतिम पड़ाव स्थल बक्सर की धरती पर लिट्टी चोखा महोत्सव मना कर इस वर्ष की परिक्रमा यात्रा पूर्ण किया जा रहा है।
जानकारी हो कि इस मेले के अंतिम दिन को लेकर मान्यता रही है कि अंतिम दिन प्रसाद अत्यंत पवित्र होता है क्योंकि यह उस पवित्र धरती पर तैयार होता है जिसके रजकण में अनन्त यज्ञ किये गये, जिस धरा पर यज्ञ रक्षा हेतु श्री राम लक्ष्मण के कदम चले और उनके चरणों की पवित्रता उसमे समाहित हुई l ऐसे पावन धरा पर तैयार प्रसाद लिट्टी चोखा जीव को भावसागर के आवागमन से मुक्त तो करेगा ।
इस मेला के बारे में कहा जाता है की इस परिक्रमा मेला का अर्थ यह है कि अंतनिहिर्त भाव और संकल्प और इसी विश्वास के साथ पूर्ण होती है, पंचकोशी यात्रा जो जीव के पांचो तत्वों को पवित्र करती है l