पटना : पटना विश्वविद्यालय के सिंडिकेट सदस्य पप्पू वर्मा ने कहा कि सुशांत सिंह राजपूत मामले में जांच करने गई बिहार पुलिस के साथ महाराष्ट्र की सरकार अपराधियों जैसा सलूक कर रही है। दरअसल इस कांड में बड़े नामों को बचाने के लिए महाराष्ट्र सरकार ऐसा कर रही है।
उन्होंने कहा कि मुंबई में कई अंतरराष्ट्रीय गिरोह का संचालन करने वाले लोगों का जमावड़ा है। जो देश विरोधी गतिविधियों के साथ-साथ कई तरह के अपराध करने में लिप्त है। इन्हीं माफियाओं का बॉलीवुड पर पूरी तरह से कब्जा है। अनेक राजनेता इन्हीं माफियाओं के चंगुल में फंसे हैं।
इसके साथ ही वर्मा ने कहा कि परंतु समय-समय पर राजनेताओं का नाम उजागर होता रहा है। शरद पवार जैसे नामचीन नेताओं का संबंध कैसे-कैसे लोगों के साथ रहा है यह जगजाहिर है। सुशांत सिंह तथाकथित आत्महत्या मामले में अनेक तार मुंबई के बड़े हस्तियों के साथ जुड़ गया है। जिनके नाम,सामने आना बहुत जरूरी है ताकि उन्हें सजा मिल सके। इन्हीं बड़े नामों को बचाने के लिए और उन्हें सजा से मुक्ति दिलाने के लिए महाराष्ट्र सरकार सारा प्रपंच रच रही है। अब समय आ गया है कि केंद्र सरकार की इसमें दखल की जरूरत है, ताकि मामले में कोई आरोपी बचने नहीं पाए।
उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे बिहार पुलिस की जांच का दायरा आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे ऐसा प्रतीत हो रहा है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का परिवार भी जांच के दायरे आ गए है। इसलिए केंद्र सरकार मामले में दखल दे। हवाला जैसे कारोबार में बॉलीवुड के नामचीन हस्तियां संलिप्त है। उन हस्तियों को दबोचना जरूरी हो गया है। ताकि इनमें कानून का भय पैदा हो, नहीं तो इनका मनोबल बढ़ता जाएगा और पैसा, राजनीतिक गठजोड़ और अंडरवर्ल्ड कनेक्शन के सह पर अपराध पर अपराध वे लोग करते जाएंगे। बिहार पुलिस मुंबई में बहुत परेशान और प्रताड़ित है, इसलिए बिहार सरकार जल्द से जल्द सीबीआई से जांच कराने का फैसला लें।