बिहार में टूटा महागठबंधन, सोनिया को नहीं मना पाए लालू
पटना : बिहार में राजद और कांग्रेस का गठबंधन टूट गया है। कांग्रेस के बिहार प्रभारी भक्त चरण दास ने इस पर मुहर लगा दी है। देश की राजधानी दिल्ली से पटना पहुंचे भक्त चरण दास ने कहा कि अब राजद के साथ हमारा गठबंधन नहीं है। अगले लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस अकेले अपने दम पर सभी 40 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इतना ही नहीं उन्होंने महागठबंधन में टूट के लिए लालू यादव की पार्टी राजद और तेजस्वी यादव को जिम्मेदार ठहराया है।
दरअसल, बिहार में इन दिनों राजद और कांग्रेस में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा था। इसकी मुख्य वजह है राज्य की दो विधानसभा सीटों पर होने वाला उपचुनाव बताया जा रहा है। बता दें कि, तारापुर और कुशेश्वरस्थान विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हो रहा है। ऐसे में राजद ने इन दोनों सीटों पर अपने उम्मीदवारों का ऐलान किया था। इसके बाद कांग्रेस ने कहा था कि कुशेश्वरस्थान कांग्रेस की पारंपरिक सीट रही है इसलिए महागठबंधन को इस सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार उतारना चाहिए था। लेकिन राजद द्वारा उनकी मांग नहीं मानी गई जिसके बाद कांग्रेस ने भी दोनों सीटों से अपने उम्मीदवारों को उतारने का ऐलान कर दिया।
राजद ने भाजपा से समझौते के कारण कांग्रेस का साथ छोड़ा
इसके बाद अब बिहार कांग्रेस के प्रभारी भक्त चरण दास ने राजद पर निशाना साधा और कहा कि राजद ने भाजपा से
समझौते के कारण कांग्रेस का साथ छोड़ा है और उपचुनाव के बाद राजद और भाजपा हाथ मिला सकते हैं।
आलाकमान से नहीं बनी बात
बता दें कि,इस टूट की आशंका भले ही बहुत पहले से लगाई जा रही थी, लेकिन कयास यह भी लगाया जा रहा था कि हाइ लेवल पर मामला सुलझ जाएगा। लेकिन बात वहां भी नहीं बन पाई। जिसके बाद कांग्रेस ने यह फैसला लिया। वहीं यह भी कहा जा रहा है कि यह कांग्रेस आलाकमान सोनिया गांधी का राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को बड़ा झटका है।
दोस्ताना संघर्ष नहीं बल्कि अब होगा आमने- सामने की लड़ाई
गौरतलब है कि, इस उपचुनाव की घोषणा से लेकर नामांकन वापसी की आखिरी तिथि से पहले तक माना जा रहा था कि दोनों दलों के बीच दोस्ताना संघर्ष होगा। दोनों दल के नेता दूसरे से आग्रह कर रहे थे कि आपसी तालमेल के आधार पर एक-एक सीट बांट ली जाए। सत्ता पक्ष भी इसे नूरा-कुश्ती ही बता रहा था, लेकिन जैसे-जैसे चुनाव की तिथि नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे राजद-कांग्रेस के नेताओं का फासला बढ़ने लगा और अब दोनों की राहें अलग हो गई।