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मांझी ने गठबंधन को लेकर कहा – ‘बड़ी जलन है इस ज्वाला में जलना कोई खेल नहीं’

पटना : बिहार विधान परिषद चुनाव को लेकर एनडीए के अंदर रस्साकशी शुरू हो गई है। इसका प्रत्यक्ष प्रमाण आज यानी रविवार को हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के दिग्गज नेता और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने दे दिया है। मांझी ने कहा है कि उन्हें आगामी विधान परिषद चुनाव में एक सीट हर हालत में मिलना चाहिए।

दरअसल, किशनगंज में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मांझी ने कहा कि एनडीए में विधान परिषद चुनाव को लेकर बड़ी बात कही है। सबसे पहले मांझी ने कहा कि वह मौजूदा गठबंधन में घुटन महसूस कर रहे हैं। मांझी ने दो टूक लहजे में कहा है कि मौजूदा गठबंधन में कई ऐसी बातें हो रही हैं जिसे लेकर घुटन महसूस हो रहा है। मांझी के कहने का सीधा अर्थ यह था कि एनडीए को उनकी सीट को महत्व नहीं दिया जा रहा है क्योंकि इस गठबंधन में शामिल अन्य दल यह बात भली भांति जानती है कि यदि मांझी गठबंधन तोड़ चले भी जाते हैं तो इससे सरकार नहीं गिरने वाली है। यहीं कारण है कि वो अब एनडीए गठबंधन के साथ सहज महसूस नहीं कर रहे हैं।

इसके साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा है कि विधान परिषद चुनाव सामने हैं और हमें यह सोच समझ कर फैसला करना होगा कि किसके साथ रहने से क्या नफा और नुकसान होने वाला है।

जिनके पास समय नहीं होता है वे गेस पेपर लेकर पास करते

जीतनराम मांझी ने कहा कि 2024 आने में अभी ज्यादा समय नहीं है। जिनके पास समय नहीं होता है वे गेस पेपर लेकर पास करते हैं। सिलेक्टेड क्यूस्चन लेकर पास करते हैं। हमलोगों को भी सिलेक्टेड क्यूस्चन चुनना चाहिए। हमलोग अभी गठबंधन में है गठबंधन में कही कही हमलोग घुटन भी महसूस करते हैं। कभी कभी ऐसा होता है कि हम चार विधायक है आपस में सामंजस्य नहीं बैठा पाते हैं। हमलोग आपस में सामंजस्य बैठाकर काम करे। हमलोगों ने ऐतिहासिक गलतियां की है।

उन्होंने अपने पुराने दिन को याद करते हुए कहा कि 19 फरवरी 2015 हमने इस्तीफा दिया था चुनाव नवम्बर 2015 में होना था उस समय हमें इस्तीफा नहीं देना चाहिए था। हमारे साथ विश्वासघात हुआ है और विश्वासघात कोई दूसरा नहीं किया बल्कि हमारे लोगों ने ही किया है। इसे देखकर निराला जी की पंक्ति याद आती है बड़ी जलन है इस ज्वाला में जलना कोई खेल नहीं..इधर देखता रहूं करूणा से मानवता में मेल नहीं…विजय पराजय की मत पूछो..हाय हमें अपनों का भय है…