बदहाली से बमके मंत्री ने डॉक्टर को किया वार्ड में बंद,पूछा.. कैसा लग रहा ?
अररिया : बिहार सरकार के मंत्री और भाजपा नेता से जुड़ा एक अजीबोगरीब मामला सामने आ रहा है। बिहार सरकार के कला संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री आलोक रंजन झा बीते रात करीब 8:00 बजे के आसपास अररिया सदर अस्पताल पहुंचे और वहां की व्यवस्था को देख काफी नाराज हो गए। मंत्री के आने की सूचना मिलने के बाद सीएस डॉ. विधान चंद्र सिंह और डीएस डॉ. जितेंद्र प्रसाद आनन – फानन में अस्पताल पहुंचे। वहीं, बदहाल व्यवस्था को देख मंत्री ने वहां के सीएस को बंद कर दिया। इसके बाद अस्पताल परिसर में हड़कंप मच गया।
रोगियों के बेड पर गंदा चादर
दरअसल, आलोक रंजन झा भाजपा के प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में शामिल होने कटिहार गए थे वहां से वापसी के दौरान वह अचानक से अररिया के सदर अस्पताल पहुंच गए। इस दौरान उन्होंने पाया कि अस्पताल मरीजों की सुरक्षा में लापरवाही बरत रही है। रोगियों के बेड पर गंदा चादर बिछा हुआ था। मरीजों ने शिकायत करते हुए बताया कि वार्ड में काफी बदबू आती है, जिस वजह से उन्हें काफी दिक्कत हो रही है। इसके बाद उन्होंने अस्पताल के सिविल सर्जन को वार्ड के अंदर बंद कर दिया और कहा कि इस गंदगी में आपको कैसा लग रहा है आप खुद महसूस कर कर हमें बताएं। आप खुद बताएं कि आप क्या आप इस हाल में रह पाएंगे?
इसके बाद मंत्री ने सिविल सर्जन को अंतिम चेतावनी देते हुए कहा कि अगली बार से अस्पताल परिसर में कहीं भी गंदगी नजर नहीं आनी चाहिए इस पर आप विशेष ध्यान रखेंगे। साथ ही यह भी सुनिश्चित करेंगे कि किसी भी मरीज को इलाज करने के दौरान अधिक इंतजार ना करना पड़े और उसे उचित इलाज मिल सके।
सीएस और डीएस से हुआ सवाल
इस दौरान मंत्री ने परिसर में मौजूद कई स्वास्थ्य कर्मियों को बुलाकर अस्पताल की व्यवस्था के बारे में पूछताछ की और मंत्री ने सीएस और डीएस से यह सवाल किया कि आप दोनों इन कर्मियों की पहचान बताएं इस दौरान सीएस और डीएस ने बहुत कम लोगों की पहचान बताई, जिसके बाद मंत्री ने जमकर क्लास लगाई। उन्होंने कहा कि जब आप अपने ही विभाग के कर्मियों को नहीं पहचानते तो कोई भी बाहरी या दलाल अस्पताल में घुस जाए तो आप उनको क्या पहचानेंगे।
वहीं, मंत्री आलोक रंजन झा ने प्रसव वार्ड में पहुंचकर कहा कि क्या यहां अवैध वसूली की जाती है? सीएस ने कहा कि जिन कर्मियों की शिकायत मिली थी उसे हटा दिया गया है। अब ऐसी कोई बात नहीं है। मंत्री ने उन्हें चेतावनी दी और कहा कि आगे से साफ़-सफाई और मरीज़ों की सुविधा का ध्यान रखें नहीं तो कार्रवाई की जाएगी।