तीसरी बार टली कैबिनेट की बैठक, सरकार में सबकुछ ठीक नहीं !
पटना : बिहार के राजनीतिक गलियारों में इन दिनों कुछ भी सही नहीं चल रहा है। जहां प्रमुख विरोधी दल के नेताओं के घर सीबीआई की रेड हुई तो वहीं, सरकार में शामिल दलों के बीच भी आपसी मनमुटाव की खबरें निकल कर सामने आती रहती है।वहीं, इस आपसी मनमुटाव का असर इतना है कि पिछले तीन बार से प्रस्तावित नीतीश कैबिनेट की बैठक आखिरी समय में आकर रद्द करनी पड़ रही है।
दरअसल, नीतीश कैबिनेट की बैठक पिछले कई दिनों से नहीं हुई है। वर्तमान के मई महीने के आधे से अधिक दिन गुजर जाने के बाद भी अभी तक इस महीने के एक भी बैठक नहीं की गई है। कैबिनेट की आखरी बैठक पिछले महीने की 29 तारीख को हुई थी। लेकिन,मई में चार मंगलवार गुजर जाने के बाद भी इस महीने बैठक नहीं हुई है। ऐसा भी नहीं है कि इस महीने कैबिनेट बैठक को लेकर तारीख निर्धारित नहीं की गई है, बल्कि इसके विपरित इस महीने के हर मंगलवार को तिथि निर्धारित होती रही, लेकिन ऐन मौके पर आकर कैबिनेट की बैठक रद्द हो जाती है।
29 अप्रैल के बाद अबतक नहीं हुई बैठक
वहीं, इस महीने एक भी बैठक का न होना बिहार की राजनीति से जुड़ाव रखने वाले लोगों के अंदर चिंता की स्थिति उत्पन्न कर दी है, क्योंकि वर्तमान में बिहार के अंदर जैसा राजनीतिक उथल-पुथल चल रहा है उसको मद्देनजर रखते हुए यह एक बहुत बड़ी बात है। हालांकि, 29 अप्रैल के बाद 3 मई को कैबिनेट की बैठक नहीं होने के पीछे का कारण ईद का त्यौहार भी बताया जा रहा है। लेकिन, इसके बाद के बाद 10 मई और 17 मई को भी कैबिनेट की बैठक नहीं होना सभी लोगों के समझ से पड़े हैं, और अब 24 मई को महीने का चौथा मंगलवार है और बताया जा रहा है कि इस दिन भी नीतीश कैबिनेट की बैठक नहीं होगी। हालांकि, इसको लेकर कोई आधिकारिक सूचना नहीं दिया गया है।
जानकारी हो कि, सरकार के कामकाज को लेकर कैबिनेट की बैठक को बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है। नीतीश कुमार ने कोरोना जैसे भीषण महामारी के दौरान भी अपना कैबिनेट की बैठक को बंद नहीं किया, बल्कि वर्चुअल माध्यम से बैठक बुलाई गई।लेकिन,पीछले महीने से अबतक कैबिनेट की बैठक नहीं बुलाई गई है। ऐसे में यह सवाल उठना लाजमी है कि क्या वाकई नीतीश सरकार किसी संकट में फंस गई है? और इसी वजह से कैबिनेट की बैठक नहीं बुलाई जा रही है।