लोक सेवा आयोग की परीक्षा प्रश्न पत्र लीक मामले में ईओयू ने हिरासत में लिए बीडीओ को
आरा : बिहार लोक सेवा आयोग के परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक मामले में आयोग की भारी बदनामी हो रही है| परीक्षा की ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों ने ही परीक्षा को मखौल बना दिया। इस सम्बन्ध में आर्थिक अपराध इकाई फिलहाल पेपर लीक करने वाले लोगों को तलाश रही है। कई लोगों को इस मामले में हिरासत में लिया गया है और पटना से लेकर दूसरे जिलों तक के छापेमारी हो रही है।
बिहार लोक सेवा आयोग की 67वीं संयुक्त प्रतियोगी प्रारंभिक परीक्षा के पेपर लीक मामले की जांच कर रही आर्थिक अपराध विंग (इओयू) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए मंगलवार को भोजपुर जिला के बडहरा प्रखंड के बीडीओ जयवर्धन गुप्ता को हिरासत में लिया है. बड़हरा प्रखंड के बीडीओ जयवर्धन गुप्ता परीक्षा केंद्र पर मजिस्ट्रेट के रूप में तैनात थे. आरा के वीर कुंवर सिंह परीक्षा केंद्र पर पेपर लीक का मामला सामने आया था और गुप्ता इसी केंद्र पर परीक्षा मजिस्ट्रेट के रूप में तैनात थे।
सूत्रों के अनुसार आर्थिक अपराध विंग की टीम अब जयवर्धन गुप्ता को जांच के लिए पटना ले गई है. बीपीएससी का पर्चा लीक मामले में ईओयू के हाथ कुछ सबूत लगे थे जिसके बाद उन्हें जाँच के क्रम में हिरासत में लिया गया है. माना जा रहा है कि गुप्ता जिस परीक्षा केंद्र पर मजिस्ट्रेट थे वहीं से पेपर लिक हुआ है. हालांकि पेपर लीक में गुप्ता की संलिप्तता थी या नहीं इसे लेकर अभी कुछ भी स्पष्ट नहीं है. लेकिन उनकी उपस्थिति में ही प्रश्न पत्र खोलने की बात हो रही है इस कारण संदेह के आधार पर उन्हें हिरासत में लिया गया है।
बिगत रविवार को बीपीएससी की परीक्षा हुई थी. परीक्षा के लिए राज्य के 38 जिलों में कुल 1083 परीक्षा केंद्रों की व्यवस्था की गई थी। इस परीक्षा में बिहार और अन्य कई राज्य से करीब 6 लाख उम्मीदवार शामिल हुए थे. लेकिन पेपर लीक होने से लाखों छात्रों को निराश होना पड़ा है। इतिहास में यह पहला मौका है जब पेपर लीक हुआ था।
बिहार लोक सेवा आयोग ने पेपर लीक प्रकरण के सामने आने के बाद 67वीं संयुक्त प्रतियोगी प्रारंभिक परीक्षा को रद्द कर दिया है. पेपर लीक मामले में आयोग ने एक तीन सदस्यीय समिति बनाई थी. समिति को 24 घंटे में रिपोर्ट सौंपने को कहा गया था. हालांकि, समिति ने महज तीन घंटे में ही अपनी रिपोर्ट सौंप दी और परीक्षा निरस्त करने की सिफारिश कर दी थी. वहीं अब इस मामले की जाँच में सुशील कुमार के नेतृत्व में एसटीएफ को भी शामिल कर लिया गया है.
आपको बता दें कि बीडीओ जयवर्धन गुप्ता पहले से दागी रहे हैं. भोजपुर जिले में पोस्टिंग से पहले सरकार ने इनका पावर छीन लिया था. काफी लंबे समय तक जयवर्धन गुप्ता को वेटिंग फॉर पोस्टिंग की लिस्ट में रखा गया था। पिछले साल बिहार में पंचायत चुनाव से पहले निर्वाचन आयोग द्वारा राज्यभर में लगभग 60 दागी पदाधिकारियों की पोस्टिंग में फेरबदल किया गया था, जिसमें जयवर्धन गुप्ता का भी नाम शामिल था, जिससे बीपीएससी पेपर लीक मामले में आर्थिक अपराध इकाई की टीम पूछताछ कर रही है।
जिस बीडीओ से पूछताछ हो रही है उनका चयन बीपीएससी में लगभग 9 साल पहले हुआ था. इनका रोल नंबर 300210 था और बीपीएससी की 53वीं, 54वीं और 55वीं सम्मिलित प्रतियोगिता परीक्षा की मेरिट लिस्ट में इन्होंने 835वां रैंक हासिल किया था. जिसमें इनका चयन प्रखंड विकास पदाधिकारी के रूप में हुआ। ये मूल रूप से बिहार के बांका जिले के रहने वाले हैं और पिछले साल 15 मार्च को इनकी तैनाती भोजपुर जिले के बड़हरा प्रखंड में की गई थी।
लगभग चार साल पहले राजधानी पटना स्थित घोसवरी प्रखंड के बीडीओ जयवर्धन गुप्ता को निगरानी विभाग की टीम ने एक लाख रुपये घूस लेते हुए रंगेहाथ पकड़ा था। दागी बीडीओ जयवर्धन की गिरफ्तारी मोकामा के मोलदियार टोला स्थित उनके किराये के मकान से हुई थी। निगरानी के पुलिस उपाधीक्षक पारस नाथ सिंह के नेतृत्व में धावादल ने इन्हें एक लाख रुपये रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ अरेस्ट किया था। आपको बता दें कि यहां बीडीओ जयवर्धन गुप्ता मोल दियार टोला के रहने वाले छोटन सिंह के मकान में किराये पर रह रहे थे।
बिहार के दैनिक अखबार में 22 अगस्त 2018 को छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, पटना स्थित घोसवरी थाने के मालपुर गांव के रहने वाले दिनेश गोप ने निगरानी अन्वेषण ब्यूरो में शिकायत दर्ज करायी थी कि बीडीओ जयवर्धन गुप्ता एक योजना की प्रशासनिक स्वीकृति देने के एवज में एक लाख रुपये की रिश्वत की मांग कर रहे हैं. शिकायत के सत्यापन के बाद विजिलेंस ने इस बीडीओ को धर दबोचा था। मोकामा में गिरफ्तारी के बाद बीडीओ जयवर्धन को पद से हटा दिया गया था। दावा किया जा रहा है कि ये वही बीडीओ है, जिनसे पूछताछ की जा रही है| हालांकि अबतक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
आपको बता दें कि बीपीएससी की 67वीं पीटी के पेपर लीक मामले में काफी तेजी से कार्रवाई चल रही है. एसपी सुशील कुमार के नेतत्व में बनी 14 सदस्यीय एसआईटी की टीम को कई क्लू मिले हैं. भोजपुर जिले में एसपी रह चुके सुशील कुमार की टीम में साइबर एक्सपर्ट से लेकर ट्रेंड डीएसपी और इंस्पेक्टर तक को शामिल किया गया है.
तकनीकी जांच में पता चला है कि रविवार को पीटी के पेपर का सबसे पहले सुबह 10:34 बजे स्कैन किया गया था. यह पेपर सबसे पहले 11:35 बजे पटना के एक कोचिंग संस्थान के एक छात्र के वाट्सएप पर पहुंचा और फिर वायरल हो गया. सू्त्रों के अनुसार एसआइटी ने उस कोचिंग संस्थान के संचालक से संपर्क कर उस छात्र को बुलाया और पूछताछ की. एसआइटी के सूत्रों का दावा है कि पूरे मामले का खुलासा जल्द ही कर दिया जायेगा. इधर इओयू ने इस संबंध में अज्ञात के खिलाफ मामला (20/22) दर्ज किया है. एसआइटी ने आरा के अलावा करीब दो दर्जन लोगों को इओयू कार्यालय बुलाकर भी पूछताछ की गई.
बाप-बेटे को गोली मार कर की गई ह्त्या
आरा : भोजपुर जिले चरपोखरी थानान्तर्गत ठकसमरियाँ गाँव में हथियारबंद अपराधियों ने सोमवार की देर रात बाप-बेटे की भूमि विवाद में गोली मार कर ह्त्या कर दी जबकि एक किशोर गंभीर रूप से घायल हो गया| मृतकों में कसमरियां निवासी स्व मुंशी प्रसाद के 55 वर्षीय बैजनाथ प्रसाद और उनका 30 वर्षीय पुत्र अजित कुमार शामिल हैं। बैजनाथ प्रसाद पेशे से किसान और गाँव पर रहकर खेती करते थे| आज सुबह शवों का पोस्टमार्टम सदर अस्पताल, आरा में कराया गया पुलिस गिरफ्तारी में लगी है. कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है। इस घटना क्षेत्र में तनाव एवं दहशत व्याप्त है। फायरिंग में घायल दीपनाथ प्रसाद का 14 वर्षीय पुत्र प्रिंस कुमार का इलाज कराया जा रहा है. वह मृतक अजीत का चचेरा भाई है।
चरपोखरी थानाध्यक्ष निकुंज भूषण ने बताया कि कसमरियां निवासी विनोद सिंह और बैजनाथ प्रसाद के बीच खेती करने को लेकर विवाद चल रहा था. दोनों पक्ष के आपसी समझौते को लेकर पंचायती भी की गई थी, लेकिन मामला नहीं सुलझ सकता था. इसके बाद दोनों पक्ष आपस में भिड़ गए. फायरिंग में गोली लगने से बैजनाथ प्रसाद, उनके पुत्र अजीत कुमार और भतीजा प्रिंस कुमार जख्मी हो गए. तीनों जख्मी को इलाज के लिए सीएससी चरपोखरी लाया जा रहा था तभी रास्ते में बैजनाथ प्रसाद ने दम तोड़ दिया. जख्मी अजित कुमार को पटना रेफर कर दिया, लेकिन उसकी भी रास्ते में मौत हो गई.
मृतक के छोटे भाई छविनाथ राम ने बताया कि उन्होंने गांव के ही बृज किशोर सिंह से मालगुजारी पर 12 कट्ठा जमीन खेती करने के लिए ली थी| लेकिन बृज किशोर सिंह के भतीजे विनोद सिंह ने गांव के ही दूसरे व्यक्ति से उसके खेत को पटवा रहा था। तभी बैजनाथ प्रसाद वहां पहुंच गए और जो खेत पटा रहा था उससे कहा कि यह खेत मैंने लिया है। तुम क्यों पटा रहे हो, तो वह मान गया। लेकिन बृज किशोर सिंह का भतीजा विनोद सिंह नहीं माना और वह बैजनाथ प्रसाद से हाथापाई करते हुए उन्हें धक्का दे दिया।
विनोद सिंह अपने अन्य लोगों के साथ हथियार से लैस हमारे दरवाजे पर गाली-गलौज करते हुए आया और ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। जिसमें गोली लगने से बैजनाथ प्रसाद की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। वही गोली लगने से उनका पुत्र अजीत कुमार व छर्रा लगने से उनका भतीजा प्रिंस कुमार जख्मी हो गया। अजित कुमार को डॉक्टर ने पटना रेफेर कर दिया पर उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया| मृतक के छोटे भाई छविनाथ राम ने ठकुरी पंचायत के मुखिया पति एवं उनके साथ आए एक अन्य व्यक्ति पर गोली मारने का आरोप लगाया है। हालांकि पुलिस अपने स्तर से मामले की छानबीन कर रही है।
सड़क हादसे में बाइक सवार दादा-पोती की मौत, भतीजा जख्मी
आरा : भोजपुर जिला के आरा-मोहनियां हाईवे पर जगदीशपुर थानान्तर्गत कौंरा गांव के समीप सोमवार की देर रात अज्ञात वाहन की चपेट में आने से बाइक सवार एक बजर्ग और उनकी चचेरी पोती की मौत हो गयी जबकि भतीजा जख्मी हो गया, जिसका इलाज आरा सदर अस्पताल में कराया जा रहा है। मृतकों में जगदीशपुर थानान्तर्गत विमवां गांव निवासी 60 वर्षीय अनत साह और भोला साह की पांच साल की बेटी पीहू कुमारी हैं जबकि जख्मी उसी गांव के महेश साह हैं।
बताया जा रहा है कि तीनों एक शादी समारोह में भाग लेने सहार गांव स्थित मंदिर गये थे। वहां से बाइक से लौट रहे थे, तभी कौंरा गांव के पास पीछे से आ रहे एक वाहन ने बाइक में जोरदार ठोकर मार दी। इसमें बाइक पर पीछे बैठे अनत साह और बीच में बैठी पीहू की मौत हो गयी जबकि बाइक चला रहे महेश साह जख्मी हो गये। पुलिस ने दोनों शवों का पोस्टमार्टम आरा सदर अस्पताल में करवाया।
सोन नदी में दो महिलाएं डूबी की मौत, एक का शव बरामद, दूसरे की तलाश जारी
आरा : एसडीआरएफ की टीम ने सोमवार की देर शाम सोन नद में डूबी दोनों महिलाओं के शव को बरामद किया| पुलिस ने दोनों शव का पोस्टमोर्तेम आरा सदर अस्पताल में करवाया| शव मिलने के बाद उन महिलाओं के परिवार में दूसरे दिन भी चुल्हा नही जला|
भोजपुर जिले के चांदी थानान्तर्गत फरहंगपुर गांव के 36 नंबर महादेव घाट के समीप सोन नद में रविवार को दो महिलाएं डूब गई जिसमें एक महिला का शव चांदी थानान्तर्गत फरहंगपुर गांव स्थित सोन नद से रविवार की रात में बरामद हुआ जबकि दूसरी महिला के शव सोमवार की रात चांदी थानान्तर्गत बहियार गाँव के सोन नद से मिला| मृतका चांदी थानान्तर्गत खनगांव गांव निवासी राम अयोध्या पासवान की 30 वर्षीय पत्नी वैजन्ती देवी है जबकि दूसरी महिला भी उसी गाँव के स्व सिपाही पासवान की 32 वर्षीय पत्नी मानो देवी है|
मृतिका के पति राम अयोध्या पासवान ने बताया कि रविवार की दोपहर उसकी पत्नी और गांव की एक महिला के साथ झलास (खर) काटने के लिए गांव में ही स्थित बाधर गई थी। जब शाम में दोनों वापस घर लौट रही थी। उसी बीच दोनो 36 नंबर महादेव घाट पर हाथ-मुंह धोने लगी। उसी दरमियान सोन नद में तेज धार होने के कारण वैजंती देवी बहने लगी। उसे बचाने के क्रम में मानो देवी भी सोन नद में कूद पड़ी और दोनों बह गई। वहां मौजूद स्थानीय ग्रामीणों ने इसकी सूचना उनके परिजनों को दी। सूचना मिलते ही परिजन घटनास्थल पर पहुंचे और गोताखोरों की मदद से शव की काफी खोजबीन की। लेकिन कुछ पता नहीं चल पाया। तब उन्होंने इसकी सूचना स्थानीय थाना को दी। उसी बीच बैजयन्ती देवी का शव स्थानीय थाना क्षेत्र के फरहंगपुर गांव स्थित सोन नद में तैरता दिखा।
स्थानीय थाना एवं मृतका के परिजन घटनास्थल पर पहुंचे। जिसके उसके शव को पानी से बाहर निकाला गया। जिसके पश्चात पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर उसका पोस्टमार्टम सदर अस्पताल में करवाया।खनगांव गांव निवासी मानो देवी के पति सिपाही पासवान की करीब छह माह पहले ही बीमारी से मौत हो गयी थी। इसके बाद मानो कुंअर पर ही तीन बच्चों की जिम्मेदारी थी, लेकिन रविवार की दोपहर वह भी सोन में डूब गयी। ऐसे में पिता को खोने के छह माह बाद ही बच्चों से मां का दुलार भी छिन गया।
बताया जा रहा है कि मानो कुंअर को तीन बच्चे हैं। इनमे पुत्र आशीष कुमार, नैना कुमारी और निर्मला कुमारी है। इधर, वैजंती देवी की मौत से छह बच्चों से मां की ममता छिन गया। बताया जा रहा है कि उनको चार पुत्री और दो पुत्र हैं। इधर, मदर्स डे के दिन ही इन बच्चों की मां की मौत से घर में कोहराम मचा है। जहां अन्य बच्चे मदर्स डे पर मां को केक खिला रहे थे और सेलिब्रिट कर रहे थे, वहीं खनगांव के दोनों मां के बच्चे शव का इंतजार कर रहे थे।
सरेराह चौकीदार से ढाई लाख रुपए की छिनतई
आरा : भोजपुर जिला मुख्यालय आरा के नवादा थानान्तर्गत सर्किट हाउस के समीप सोमवार की शाम झपट्टा मार गिरोह के सदस्य चौकीदार से ढाई लाख रुपए छीन कर भाग गए| भुक्तभोगी मुफ्फसिल थानान्तर्गत अमरपुर मठिया निवासी मधुसूदन पांडेय है। वह अमरपुर का चौकीदार है।
बताया जाता है कि मधुसुदन पाण्डेय ने कुछ जमीन खरीदी थी जिसको लेकर सोमवार की शाम उसने नवादा थानान्तर्गत कतीरा स्थित स्टेट बैंक से ढाई लाख रुपए निकाल कर पैदल ही घर जा रहा था। तभी सर्किट हाउस के समीप अपाची बाइक पर सवार दो की संख्या में झपट्टा मार गिरोह के सदस्यों ने रुपए से भरी पोटली छीन ली और घटना स्थल से भाग गए| भुक्तभोगी ने इस सम्बन्ध में नवादा थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई है|
नवादा थानाध्यक्ष अविनाश कुमार ने बताया कि इस मामले में भुक्तभोगी के लिखित आवेदन के आधार पर एफआईआर दर्ज की जाएगी। घटनास्थल एवं आसपास के सीसीटीवी फुटेज को एकत्रित करके गिरोह के सदस्यों को पहचान करने में पुलिस जुटी हुई है।
मान्यता रद्द कॉलेज को आयोग ने बनाया केंद्र
आरा : बिहार लोक सेवा आयोग की 67वीं पीटी की परीक्षा के पेपर आउट होने के पीछे आयोग की बड़ी लापरवाही के कारण सवालों के घेरे में आयोग के पदाधिकारी ही आ गए है| आयोग ने एक ऐसे कॉलेज को परीक्षा का केंद्र बनाया जिसकी मान्यता आज से करीब पांच साल पहले ही ख़त्म हो गयी थी| आयोग ने आरा के वीर कुवर सिंह कॉलेज को परीक्षा का केंद्र बनाया था जिसे पांच साल पहले ही किसी भी परीक्षा के लिए बैन कर दिया गया था।
आज से पांच साल पहले ही 2017 में ही कुंवर सिंह कॉलेज में किसी भी परीक्षा का केंद्र बनाने पर प्रतिबन्ध लगाया गया था। 2019 में कुंवर सिंह यूनिवर्सिटी ने इसकी मान्यता भी रद्द कर दी गई थी। बावजूद इसके कुंवर सिंह कॉलेज को आयोग ने 67वीं पीटी परीक्षा का केंद्र बना दिया। 2017 में स्नातक पार्ट टू की परीक्षा में परीक्षार्थियों को बरामदे में बिठाकर परीक्षा लेने का वीडियो सामने आने पर वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय ने इसपर संज्ञान लिया तथा कड़ी कार्रवाई करते हुए कॉलेज में सेंटर देना बंद कर दिया था। उस समय कुंवर सिंह विश्वविद्यालय में परीक्षा नियंत्रक सिद्धेश्वर सिंह थे।
उन्होंने कहा कि कॉलेज छात्रों ने इस कॉलेज में एडमिशन के नाम पर धांधली की शिकायत की थी। इसके बाद ही बैन किया गया था। फिर 2019 में मान्यता भी रद्द कर दी गई थी। प्रतिबन्ध बावजूद बिहार लोक सेवा आयोग ने इस कॉलेज को 67वीं बीपीएससी परीक्षा का सेंटर बना दिया गया। रविवार को पीटी परीक्षा के दौरान परीक्षार्थियों ने परीक्षा पत्र वितरण में हुई देरी और दो कमरे को बंद करके परीक्षा लेने के मामले को लेकर कुंवर सिंह कॉलेज में हंगामा किया था| अलग से दो कमरे में परीक्षा लिए जाने का वीडियो भी सामने आ गया था। इसके बाद विवाद और भी बढ़ गया।
कुंवर सिंह कॉलेज में बवाल के बाद डीएम, एसपी और एएसपी मौके पर पहुंचे थे। फिलहाल पूरे मामले की जांच की जा रही है। आयोग की टीम ने कॉलेज के प्रिंसिपल और स्टाफ से पूछताछ कर रही है। आयोग से सवाल हो रहा है कि दागी कॉलेज को आखिर सेंटर क्यों और किस परिस्थिति में बनाया गया। इसके के लिए कौन जिम्मेदार है? कुंवर सिंह कॉलेज में 900 परीक्षार्थियों के लिए सेंटर बनाया गया था।
गुगल फार्म पर अपलोड होगा वारंट, लॉगिन कर थानाध्यक्ष करें निष्पादन
आरा : भोजपुर एसपी विनय तिवारी ने अपराध नियंत्रण, अपराधियों की गिरफ्तारी के साथ वारंटों के निष्पादन हेतु अपनी मासिक अपराध समीक्षा गोष्ठी में विशेष अभियान चलाने का निर्देश दिया। अगले एक सप्ताह तक अभियान चलेगा। एसपी ने अभियोजन शाखा में सभी थाना और ओपी के लिये वारंट से संबंधित पंजी संधारण करने का निर्देश दिया। अभियोजन शाखा प्रभारी को वारंट और कुर्की को गुगल फार्म पर भी अपलोड करने का आदेश दिया है ताकि थानाध्यक्ष लॉगिन कर वारंट प्रिंट कर निष्पादन की कार्रवाई कर सकें। एसपी ने बताया कि इससे वारंट और कुर्की के निष्पादन में तेजी आयेगी। एसपी ने वारंट निष्पादन को लेकर पूर्व में चले अभियान पर संतोष जताया। क्राइम मीटिंग में एसपी ने तबादले के बावजूद आइओ द्वारा केस का चार्ज नहीं देने पर काफी नाराजगी जताई। उन्होंने पांच से कधिक केस का चार्ज नहीं देने वाले करीब दो दर्जन से अधिक आईओ के वेतन भुगतान पर रोक भी लगा दी है|
एसपी ने सार्वजनिक स्थलों पर फायरिंग मामले में प्राथमिकता के आधार पर गिरफ्तारी का आदेश दिया। इसी क्रम में आरा नगर, नवादा और मुफ्सिफल सहित अन्य थाना में दर्ज फायरिंग से संबंधित मामलों की समीक्षा की गई। इस दौरान फायरिंग के आरोपितों की गिरफ्तारी और उदभेदन नहीं करने वालो थानाध्यक्ष व आईओ से स्पष्टीकरण की मांग की गई तथा आरोपितों की गिरफ्तारी का सख्त निर्देश दिया। उन्होंने कहा गया कि पुलिस महानिदेशक द्वारा सार्वजनिक स्थलों पर फायरिंग की घटना को काफी गंभीर कोटि में चिन्हित किया गया है। ऐसी वारदात से आम जन में भय का वातावरण और सामाजिक स्तर पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
एसपी ने बताया कि मीटिंग में विगत छह माह में निष्पादित कांडों में अंतिम आरोप प्रपत्र समर्पित करने की समीक्षा की गयी। इस दौरान सदर अंचल में एक भी कांड अंतिम प्रपत्र के लिए लंबित नहीं पाया गया। इसके लिए सदर अंचल के इंस्पेक्टर गौतम कुमार को पुरस्कृत किया गया। साथ ही सभी अंचल पुलिस निरीक्षकों को एक सप्ताह के अंदर बचें कांडों का अंतिम प्रपत्र समर्पित कराते हुए प्रमाण पत्र लेने का निर्देश दिया गया अन्यथा अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए जिम्मेवार होंगे। उन्होंने नगर थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर रामविलास चौधरी और कोईलवर अंचल निरीक्षक कमलेश्वर कुमार को सात दिन में आरोप पत्र समर्पित करने सख्त निर्देश दिया गया है। दूसरी तरफ अप्रैल माह में केस के निष्पादन में शिथिलता में कोईलवर थानाध्यक्ष की सेवा पुस्तिका में निंदन जबकि एससी-एसटी थाने के सभी आईओ (थानाध्यक्ष को छोड़) के वेतन भुगतान की कार्रवाई की गयी।
लापरवाही के आरोप में उदवंतनगर थानाध्यक्ष निलंबित
आरा : भोजपुर एसपी विनय तिवारी ने काम में लापरवाही के आरोप में उदवंतनगर थानाध्यक्ष ज्योति कुमारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। एएसपी की रिपोर्ट पर उनको क्राइम मीटिंग में ही एसपी ने निलंबित कर दिया गया। थानाध्यक्ष पर संदिग्ध आचरण और केस के न्यूनीकरण का भी आरोप लगा है। कहा गया है कि समीक्षा के क्रम में थाना कांड संख्या 154/ 22 धारा 366 ए और फायरिंग सहित अन्य कांडों में लापरवाही बरतने और गिरफ्तारी नहीं करने का का मामला सामने आया।
फायरिंग के एक मामले में एएसपी के बार-बार आदेश के बावजूद थानाध्यक्ष द्वारा आरोपित को गिरफ्तार नहीं किया जा सका। इसे लेकर थानाध्यक्ष को सस्पेंड कर दिया गया।
वकील ह्त्या काण्ड दो दोषी करार, 17 मई को होगा सजा का एलान
आरा : आरा व्यवहार न्यायालय के अवर जिला एवं सत्र न्यायाधीश 13 की अदालत ने सेल्स टैक्स के अधिवक्ता सत्येंद्र कुमार हत्याकांड में दो आरोपियों को दोषी करार दिया है। इस मामले में एडीजे 13 ने दोनों आरोपी को दोषी करार देते हुए सजा के बिंदु पर 17 मई को बहस की जाएगी और फैसला सुनाया जाएगा। इसकी जानकारी लोक अभियोजक नागेश्वर दुबे ने दिया।
वकील सत्येंद्र कुमार की हत्या 22 फरवरी, 2020 की रात 9 बजे हुई जब वे अपनी पत्नी के साथ बाजार से घर लौट रहे थे। टाउन थाना में 93/2020 कांड संख्या दर्ज किया गया था। वही कोर्ट में सेशन ट्रायल 72/20 था। जिसको लेकर सोमवार को सुनवाई की गई। इस कांड में लोक अभियोजन की तरफ से 5 लोगों की गवाही हुई। वही डिफेंस की तरफ से भी 5 लोगों की गवाही हुई। एडीजे 13 ने दोनों आरोपियों को कोर्ट में उपस्थित होने के बाद धारा 302 में दोषी करार दिया।
आशा कुमारी अपने पति सत्येंद्र कुमार उर्फ तिवारी के साथ बाजार से घर लौट रही थी। जब वह शिवगंज सपना सिनेमा मोर के समीप शिव मंदिर के पास डोमन शाह के आटा चक्की मिल के सामने पहुंची तो अचानक शीतल टोला निवासी स्व शंभु प्रसाद के पुत्र राजेश कुमार और स्व मुन्ना प्रसाद के पुत्र गुड्डू कुमार पहुंचे। दोनों के हाथ में पिस्टल था।
सत्येंद्र कुमार उर्फ तिवारी के नजदीक आकर बोला कि मेरे खिलाफ थाना में एफआईआर दर्ज करता है। इतना कहते ही गुड्डू कुमार अपने हाथ में लिए पिस्टल से फायरिंग किया। गोली सत्येंद्र कुमार के बाएं कंधे पर लगी और वे वहीं गिर गए। वकील को इलाज के लिए सदर अस्पताल में ले जाने के दौरान उसकी मौत हो गई। मृतक की पत्नी आशा देवी के फर्द बयान पर टाउन थाना में केस दर्ज किया गया था। सत्येंद्र कुमार सिंह आरा सिविल कोर्ट में सेल्स टैक्स अधिवक्ता थे। साथ ही वह शिवगंज मोड़ पर शिव मंदिर के सामने शिव शंकर मेंस पार्लर की एक दुकान भी चलाते थे।
मेंस पार्लर के बगल में राजेश कुमार की भी दुकान थी। जिसका बिजली का मीटर तथा दुकान का शटर सत्येन्द्र कुमार की दुकान की दीवाल पर लगा देता था। जिससे सत्येन्द्र को दुकान खोलने और बंद करने में परेशानी होती थी। इसको लेकर सत्येन्द्र ने कई बार राजेश को मना किया पर राजेश ने नहीं सुना तब जाकर सत्येन्द्र ने 21 फरवरी 2020 टाउन थाना में एक लिखित आवेदन दिया। जिसके बाद दोनों आरोपी ने वकील को गोली मारकर हत्या कर दी।
प्रेमी-प्रेमिका की पिटाई, प्रेमिका को घर ले गये परिजन
आरा : भोजपुर जिला के कृष्णगढ़ थानान्तर्गत सरैंया बाजार में घर छोड़कर भाग रहे प्रेमी-प्रेमिका को प्रेमिका के घर वालों ने पकड़कर जमकर धुनाई कर दी| इसमें प्रेमी को ज्यादा चोट लगने से वह बुरी तरह जख्मी हो गया है। मारपीट के दौरान उसका सिर फट गया है। स्थानीय लोगों के बीच-बचाव के बाद प्रेमिका अपने परिजन के साथ घर चली गई। जख्मी प्रेमी का इलाज स्थानीय निजी अस्पताल में कराया जा रहा है। हालांकि समाचार भेजे जाने तक इस मामले में थाने में किसी तरह की शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है।
जानकारी के अनुसार आरा मुफस्सिल थाना क्षेत्र के एक गांव की लड़की अपने प्रेमी के साथ भागकर सरैंया बाजार स्थित दुर्गा मंदिर के पास जैसे ही पहुंची कि उस लड़की के परिजनों ने पीछे से पीछा करते हुए प्रेमी के साथ पकड़ लिया। इसके बाद लड़की के भाई ने प्रेमी व लड़की की छोटी बहन ने घर से शादी की नीयत से भाग रही अपनी बड़ी बहन की जमकर पिटाई कर दी।
राजीव एन अग्रवाल की रिपोर्ट