BJP की मांग, नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दें सहनी,मछुआरा समाज के लिए नहीं किया कोई काम
पटना : वीआईपी के तीन विधायकों द्वारा अपनी पार्टी छोड़ भाजपा में शामिल होने के बाद बिहार विधानसभा में सहनी का अस्तित्व खत्म हो गया है। वहीं, इसके बाद भाजपा के फायर ब्रांड नेता हरिभूषण ठाकुर बेचोल ने एक बार फिर से सहनी पर मंत्री पद छोड़ने का दवाब बनाया है।
भाजपा विधायक हरि भूषण बचौल ने कहा कि सहनी को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए। उन्होंने कहा कि सहनी को बताना चाहिए कि उन्होंने आज तक मछुआरा समाज के क्या – क्या काम किया है, शायद ही उन्होंने एक भी काम किया हो।
बता दें कि, वीआईपी के तीनों विधायकों मिश्री लाल यादव, राजू सिंह और स्वर्णा सिंह ने बिहार भाजपा मुख्यालय में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। इन सबको को बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने सदस्यता ग्रहण कराई। इस अवसर पर डिप्टी सीएम तारकिशोर सिंह और रेणु देवी भी मौजूद रहीं। इसके बाद भाजपा बिहार विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी बन गई है।
बता दें कि, इससे पहले बिहार विधानसभा में भाजपा विधायकों की संख्या 74 थी, जबकि राजद 75 विधायकों के साथ बिहार की सबसे बड़ी पार्टी थी। लेकिन, अब भाजपा के पास विद्यायकों की संख्या बढ़कर 77 हो गई है। जिससे भाजपा बिहार में सबसे बड़ी पार्टी हो गई है। मालूम हो कि बिहार विधानसभा में वीआईपी के चार विधायक थे, जिनमें मुसाफिर पासवान की मृत्यु होने के बाद तीन ही बचे थे। अब इन तीनों विधायकों ने भाजपा का दामन थाम लिया है।
वहीं, इसके अलावा उन्होंने बेगूसराय में जनता दल यू के द्वारा केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के पुतला दहन को लेकर कहा कि यह गलत हुआ है उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने पुतला दहन किया है। जिन लोगों से पुतला दहन किया है उनके बुद्धि पर तरस आता है।